AAP ने कुमार विश्वास के बयान से ही नहीं बल्कि सफाई से भी किया किनारा

नई दिल्ली
कुमार विश्वास के एक विडियो पर हुए विवाद के बाद आम आदमी पार्टी (आप) ने साफ किया कि पार्टी हमेशा से दलितों, वंचितों और पिछड़ों के अधिकार और उनको आरक्षण दिए जाने के समर्थन में रही है। आप नेता संजय सिंह ने कहा कि किसी के निजी बयान से पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है। कुमार विश्वास का एक विडियो सोशल सामने आया था जिसके बाद उनपर संविधान निर्माता अांबेडकर के अपमान के आरोप लग रहे हैं।

विश्वास की सफाई पर भी सवाल

कुमार विश्वास ने अपनी सफाई में कहा कि उन्होंने विडियो में बाबा साहेब आंबेडकर के बारे में नहीं बल्कि तत्कालीन प्रधानमंत्री वी. पी. सिंह के बारे में बोला था। लेकिन आम आदमी पार्टी कुमार विश्वास की इस सफाई के साथ भी नहीं है। आप नेता संजय सिंह ने कहा ‘वीपी सिंह मंडल कमिशन की रिपोर्ट को लागू करने वाले व्यक्ति थे। वीपी सिंह की जनता दल की सरकार ने मंडल कमिशन की रिपोर्ट को लागू किया था और मंडल कमिशन की रिपोर्ट पहले से इस देश में सड़ रही थी, पड़ी हुई थी, उस पर कोई सरकार काम नहीं कर रही थी। उस रिपोर्ट को लागू करके वीपी सिंह सरकार ने सराहनीय काम किया। उन्होंने आरक्षण की व्यवस्था करके बिल्कुल सही काम किया।’

क्या कहा कुमार विश्वास ने
कुमार ने कहा कि उस भाषण में मैंने कहा था, ‘1970 में जब मैं पैदा हुआ तब मेरे गांव में जातिवाद नहीं था सब बराबर थे। हमारे वहां जो सफाई कर्मचारी आती थी जिनकी शादी उसी साल हुई थी जब मेरी दादी की हुई थी। दोनों बहुत अच्छी सहेलिया थीं। वह हमारे घर में बहुओं को बच्चों को बहुत डांटती थी और हम भी उन्हें दादी कह कर प्रणाम करते थे। लेकिन 1990 के दशक में एक व्यक्ति ने आरक्षण के नाम पर एक आंदोलन चलाया और समाज को जातियों में बांटने की कोशिश की। जाहिर सी बात है कि 1990 में मंडल कमिशन का आंदोलन हुआ था और उस वक्त वीपी सिंह के प्रधानमंत्री होने की अगुवाई में इस देश में जातिवाद के गहरे बीज बोने की कोशिश की गई थी। इससे भारतीय समाज व्यथित था और आज भी है।’

मांगी माफी
कुमार विश्वास ने कहा कि जब 26 नबंवर को मैंने पार्टी के मंच से ये बोला कि पार्टी को बैक टू बेसिक पर लौटाने के लिए मैं कार्यकर्ताओं से मिलूंगा। तो पार्टी के भीतर की वही कोटरी जो चाहती थी कि एक- एक करके लोगों की राजनीतिक हत्या कर दी जाए वही सक्रिय हो गई। उन्हीं में से एक सज्जन जो एक उद्योगपति घराने के ऑफिस में बैठकर तनख्वाह लेते थे, वह ट्वीट करने लगे और उसे ऐसे काटकर चलाया गया जैसे मैं दलितउद्धारक बाबा साहेब अांबेडकर के बारे में बोल रहा हूं। कुमार ने कहा कि मैं बाबा साहेब का सम्मान करता हूं। मैं जाति प्रथा को नहीं मानता इसलिए अपने नाम के पीछे और अपने बच्चों के नाम के पीछे जाति नहीं लगाता। कुमार विश्वास ने कहा कि फिर भी अगर किसी को दुख हुआ है तो मैं क्षमाप्रार्थी हूं लेकिन मेरा उनसे अनुरोध है कि ऐसे लोगों का षडयंत्र समझें और ऐेसे लोगों की दुकान भी समझें जो भ्रम फैला रहे हैं।

आरक्षण का सपॉर्ट
दूसरी तरफ आप नेता संजय सिंह ने कहा कि आरक्षण की संवैधानिक व्यवस्था के पक्ष में आप पहले भी थी और आज भी और हमेशा रहेगी। उन्होंने कहा कि आरक्षण विरोधी किसी भी बयान का आम आदमी पार्टी खंडन करती है और ऐसे बयानों की निंदा करती है। संजय सिंह ने कहा कि बीजेपी को इस मसले पर आप को बदनाम करने की कोशिश बंद करनी चाहिए और बीजेपी शासित राज्यों की तरफ देखना चाहिए। जहां दलितों पर अत्याचार हो रहे हैं। आप नेता संजय सिंह ने कहा कि अगर हम भारत माता की जय कहते हैं वंदे मातरम कहते हैं तो कोई भी माता इस बात से खुश नहीं हो सकती कि उसका एक बच्चा बहुत समृद्ध हो संपन्न हो, नौकरियों में भी हो और दूसरा बच्चा दुश्वारियों में अपनी जिंदगी बिताए। पार्टी की विधायक राखी बिड़लान ने कहा कि किसी की निजी राय को पार्टी पर थोपना अच्छी बात नहीं है। आम आदमी पार्टी दलितों के विकास के लिए होने वाले हर काम में उनके साथ पहले भी थी, आज भी है और आगे भी रहेगी।

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