डूसू चुनाव में ABVP के सामने ताल ठोकेंगे अकाली
|अमनदीप सिंह, नई दिल्ली केंद्र में बीजेपी के साथ सरकार में शामिल शिरोमणि अकाली दल (बादल) की स्टूडेंट विंग दिल्ली यूनिवर्सिटी में पहली बार उतरने जा रही है। पार्टी सुप्रीमो से स्टेट लीडर्स की मुलाकात के बाद फैसला हुआ कि डूसू चुनाव में अकाली दल अपनी स्टूडेंट विंग के जरिए युवा बिग्रेड को मजबूत करेगा। यह छात्र राजनीति अकालियों की नर्सरी भी साबित होगी। आगामी 11 सितम्बर को होने जा रहे डूसू चुनाव में इस बार जबरदस्त मुकाबला होगा। बीजेपी के साथ हर मोर्चे पर खड़ा अकाली दल डूसू चुनाव में बीजेपी की स्टूडेंट विंग अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एवीबीपी) के सामने उतरेगा। इसका ऐलान दिल्ली स्टेट के अध्यक्ष मंजीत सिंह जीके और यूथ विंग के अघ्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा आज करने वाले हैं। सूत्रों की मानें तो नई अकालियों की फौज पैदा करने के लिए पार्टी ने अब कॉलेजों का रुख किया है। अकाली दल के लिए यह सबसे अच्छा मौका भी है क्योंकि 2017 में जनवरी-फरवरी में दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी का चुनाव होना है। अकाली दल के पास अपने सिख वोटरों को बचाने के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय का चुनाव सबसे अहम माना जा रहा है। गौरतलब है कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी के चार कॉलेज हैं, जहां छात्र समिति के चुनाव कराए जाते हैं। इसमें गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज, गुरु गोविंद सिंह कॉलेज ऑफ कॉमर्स और गुरु नानक देव कॉलेज दिल्ली यूनिवर्सिटी से जुड़े हैं। इन तीनों कॉलेजों में डीयू के छात्र वोट डालते हैं और वही हिस्सा लेते हैं। जबकि चौथा कॉलेज है माता सुंदरी। यहां डीयू की मान्यता नहीं है। लिहाजा, यहां इंटरनल चुनाव होता है। सूत्रों के मुताबिक पहली बार अकाली दल बादल डीयू के चुनाव में उतरने जा रहा है। इससे पहले पंजाब और चंडीगढ़ में भारतीय छात्र संगठन के नाम से चुनाव लड़ता है। वहीं गुरुवार को पंजाब यूनिवर्सिटी के चुनावों में अध्यक्ष पद अकालियों ने ही जीता है।
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