ग्रीस संकट: बेलआउट पैकेज पर जनता की \’हां\’ या \’ना\’, रविवार को अहम जनमत संग्रह
|एथेंस/नई दिल्ली। ग्रीस और यूरोजोन की अर्थव्यवस्था के मद्देनजर 5 जुलाई यानी रविवार को अहम जनमत संग्रह होना है। इसके तहत ग्रीस की जनता यह तय करेगी कि उसे कड़े शर्तों के साथ मिलने वाला पश्चिमी देशों का बेलआउट पैकेज स्वीकार्य है या नहीं। इससे पहले प्रधानमंत्री एलेक्सिस सिप्रास ने देश की जनता से जनमत संग्रह को 'ना' कहने की अपील की है। सिप्रास ने शुक्रवार रात राजधानी की स्यान्तग्मा स्क्वेयर पर 25,000 समर्थकों को संबोधित करते वक्त संकट से निकलने के अंतरराष्ट्रीय प्रस्ताव की शर्तों को अस्वीकार करने की अपील की। हालांकि, सरकार समर्थक रैली के पास ही आयोजित दूसरी बड़ी विरोध रैली में चेतावनी दी गई कि अंतरराष्ट्रीय प्रस्ताव को अस्वीकार करने का मतलब यूरोजोन से बाहर हो जाना होगा। इसके अलावा यूरो करंसी ड्रॉक्मा में बदल दी जाएगी, जिसकी कोई कीमत नहीं रह जाएगी। बता दें कि भारत के एक रुपए के बराबर 4.78 ग्रीक ड्रॉक्मा होता है। …तो यूरोजोन से हो जाएगा बाहर अगर ग्रीस की जनता बेलआउट पैकेज को 'ना' करती है और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष व पश्चिमी देश अपनी शर्तों पर…