क्या होगा फैसला?

  सुप्रीम कोर्ट के गलियारों की कानाफूसी पर यकीन करें, तो नवनियुक्त मुख्य सतर्कता आयुक्त के. वी. चौधरी और सतर्कता आयुक्त तेजेन्द्र मोहन भसीन को लेकर फैसला अप्रत्याशित दिशा में रह सकता है।    राम की माया?  लालू को नीतिश से मिलवाया कांग्रेस ने, लेकिन इन तीनों को एक किसने करवाया? सुना है- राम जेठमलानी ने।    सीमा पार बहादुरी  म्यांमार में भारतीय सेना ने सीमा पार कर कार्रवाई की। भारत ने सीमा पार कार्रवाई करने का काम कम ही किया है। पिछला प्रकरण 1971 के युद्ध का था। जब भारतीय सेना ढाका पहुंची थी। तब फील्ड मार्शल सैम मॉनेकशॉ और इंदिरा गांधी का नेतृत्व था। इस बार नरेन्द्र मोदी और अजित डोवाल थे।    पीएम के साथ ममता  नरेन्द्र मोदी ढाका पहुंचे। ममता बनर्जी को भी ढाका जाना था। ममता बनर्जी छोटी कार में चलती हैं और वैसी ही कार की व्यवस्था ढाका में भी की गई थी। लेकिन बांग्लादेश की प्रधानमंत्री से मिलने से पहले मोदी ममता बनर्जी से कुछ बात करना चाहते थे। लिहाजा उन्होंने ममता को अपने साथ अपनी कार में आने को कहा। ममता बनर्जी के लिए यह दोहरा नया अनुभव…

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