मैगी मामले में माधुरी को नोटिस
| बॉलिवुड ऐक्ट्रेस माधुरी दीक्षित नेने को मैगी मामले में नोटिस जारी किया गया है। हरिद्वार खाद्य विभाग ने नेस्ले इंडिया के उत्पाद आटा मैगी को सेहत के लिहाज से फायदेमंद बताने पर माधुरी पर गलत जानकारी देने और मीडिया माध्यमों के जरिए झूठ फैलाने का आरोप लगाते हुए उन्हें नोटिस जारी किया है। नोटिस में कहा गया है कि फिल्म अदाकारा माधुरी 15 दिनों में अपना पक्ष रखें। साथ ही कहा गया है कि अगर डेडलाइन पर जवाब नहीं आया तो विभाग एडीएम कोर्ट में माधुरी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज कराएगा। वहीं, खाद्य सुरक्षा अधिकारी दिलीप जैन ने बताया कि भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के निर्देश पर बुधवार और गुरुवार, दो दिनों में हरिद्वार से मैगी की सभी वरायटी के लिए गए पांच सैंपलों को जांच के लिए उत्तराखंड की रुद्रपुर प्रयोगशाला भेज दिया गया। वहां से मिलने वाली रिपोर्ट के आधार पर नेस्ले इंडिया कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जैन के मुताबिक मैगी बनाने वाली नेस्ले इंडिया कंपनी की ऑफिशल वेबसाइट पर माधुरी को आटा मैगी के बारे में यह कहते हुए दर्शाया गया है कि इसे खाने से तीन रोटियां खाने के बराबर फाइबर मिलता है और शरीर सेहतमंद रहता है। उन्होंने बताया कि माधुरी को नोटिस उनके मुंबई के पते पर भेजा गया है। उनसे इस बात को लेकर जवाब मांगा गया है कि विज्ञापन में उन्होंने मैगी खाने से स्वास्थ्य के दावे किस आधार पर किए? उनसे यह भी पूछा गया है कि क्या वह खुद भी मैगी का इस्तेमाल करती हैं। अगर नहीं करती हैं तो क्यों? तस्वीरों में देखें: वे फास्ट फूड व्यंजन जो मैगी की जगह ले सकते हैं। गौरतलब है कि माधुरी दीक्षित फास्ट फूड मैगी का प्रचार करती हैं। प्रतिष्ठित ब्रैंड नेस्ले मैगी का निर्माण करता है। इसके हर पैकेट पर वह तिथि अंकित रहती है जिससे पहले तक मैगी का इस्तेमाल अच्छा होता है। लेकिन, जांच में पाया गया कि मैगी में लेड और मोनोसोडियम ग्लूटामैट (एमएसजी) की मात्रा मानक से अधिक पाई गई। इस जांच के बाद पूरे देश में हंगामा मच गया, क्योंकि बच्चों के बीच मैगी बहुत लोकप्रिय है और कहा यह जा रहा है कि मैगी में जो हानिकारक तत्व पाए गए हैं, उनसे हर्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
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