ग्लोबल फर्म के प्रमुख चुने गए भारतीय मूल के रंजीत सिंह बख्शी

लंदन

भारतीय मूल के एक अग्रणी उद्यमी को ब्यूरो ऑफ इंटरनैशनल रीसाइक्लिंग का प्रमुख चुना गया है। ब्यूरो ऑफ इंटरनैशनल रीसाइक्लिंग एक वैश्विक संस्था है जो उपयुक्त और प्रतियोगी विश्वअर्थव्यवस्था में रीसाइकल होने योग्य चीजों के स्वतंत्र और निष्पक्ष व्यापार का मार्ग आसान करती है।

जे ऐंड एच सेल्स (इंटरनैशनल) लि. के चेयरमैन रंजीत सिंह बख्शी ब्रुसेल्स स्थित इस रीसाइक्लिंग असोसिएशन के दो साल तक अध्यक्ष रहेंगे। अध्यक्ष का चुनाव पिछले मंगलवार को दुबई में असोसिएशन के वर्ल्ड कंवेंशन ऐंड एक्सिबिशन में हुआ था।

ब्यूरो ऑफ इंटरनैशनल रीसाइक्लिंग (बीआईआर) एक ग्लोबल रीसाइक्लिंग इंडस्ट्री है जिसका मुख्यालय ब्रुसेल्स में है। यह असोसिएशन निजी सेक्टर की 700 से ज्यादा कंपनियों और भारत समेत 70 अलग-अलग देशों के 40 नैशनल ट्रेड फेडरेशंस का प्रतिनिधित्व करता है।

अपने स्वीकार्य भाषण में बख्शी ने महात्मा गांधी के प्रसिद्ध कथन को दोहराया जिसमें उन्होंने कहा था, ‘आप दुनिया में जो परिवर्तन लाना चाहते हैं, वह परिवर्तन आपको खुद में भी बनना चाहिए।’ बख्शी ने कहा, ‘गांधी जी का मानना था कि इस चीज को उस समय ही हासिल किया जा सकता है जब आप अन्य लोगों की सेवा में खुद को समर्पित कर दें।’

बख्शी ने कहा कि जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए कार्बन उत्सर्जन को घटाना जरूरी है। उन्होंने कहा, ‘रीसाइक्लिंग ही इस काम को कर सकता है। ऐसे समय में जब कार्बन डाईऑक्साइड का स्तर अर्थव्यवस्था और पारितंत्र दोनों को प्रभावित करते हुए बढ़ रहा है, हमने 2000 से 10 अरब टन कार्बन उत्सर्जन को बचाया है।’
उन्होंने इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘स्वच्छ भारत’ पहल का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इस अभियान से कचरा को कम करने और रीसाइक्लिंग को बढ़ावा देने में मदद मिलेगा।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि रीसाइकल योग्य चीजों की दुनिया भर में स्वतंत्र आवाजाही सुनिश्चित होनी चाहिए। इसके लिए व्यापार के अवरोधों को दूर किया जाए और कानूनी नियंत्रण को कम किया जाए। उन्होंने कहा, ‘हमें यह सुनिश्चित करने के लिए भी मिलकर काम करना चाहिए कि रीसाइकल होने योग्य चीजों की मात्रा और क्वॉलिटी दोनों को बढ़ाया जाए और जलवायु परिवर्तन से जुड़ी सभी चर्चाओं में इसे सबसे आगे रखा जाए।

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