PHOTOS: जब भारत-पाक बंटवारे के दौरान खून के प्यासे हो गए थे लोग
|इंटरनेशनल डेस्क। अगर इतिहास के पन्नों को उल्टेंगे, तो पाएंगे कि 1947 में हुए भारत-पाक बंटवारे के वक्त हिंदू-मुसलमान कैसे एक-दूसरे के खून के प्यास हो उठे थे। हजारों की तादात में लोग मारे गए और सैकड़ों घर छोड़कर भागने को मजबूर हुए थे। एक रिपोर्ट के मुताबिक, लगभग 2.5 करोड़ की आबादी प्रभावित हुई थी। एक अमेरिकी डॉक्युमेंट्री फोटोग्राफर उस भयावह मंजर की चश्मदीद रही थीं। मारग्रेट बुरके व्हाइट ने उस दौरान की ऐसी कई तस्वीरें खींची, जो भारत-पाक बंटवारे के दर्द को बयान करती हैं। बुरके न केवल पहली फीमेल वॉर फोटोजर्नलिस्ट थीं, बल्कि \’लाइफ\’ मैग्जीन की पहली महिला फोटोग्राफर भी थीं। प्रसिद्ध पत्रकार व लेखक रहे खुशवंत सिंह के मशहूर उपन्यास \’ट्रेन टू पाकिस्तान\’ में भी ये तस्वीरें प्रकाशित हुई थीं। जानकारों का मानना है कि ब्रिटिश सरकार ने बंटवारे की प्रक्रिया ठीक से नहीं निभाई। देश में शांति व्यवस्था बनाए रखने की जिम्मेदारी भारत और पाकिस्तान की नई सरकार पर आई। लेकिन दोनों देशों की नई सरकार के पास हिंसा से निपटने के जरूरी इंतजाम नहीं थे। किसी ने सोचा नहीं था कि…