बुलंदशहर : 70% फसल बर्बाद!
|एनबीटी न्यूज, बुलंदशहर तीन दिन से रूक रूक कर हो रही बारिश ने किसानों की मुसीबत और बढ़ा दी है। खेतों में जो थोड़ी बहुत फसल थीं उसको भी तेज हवा और बारिश ने बर्बाद कर दिया। 70 प्रतिशत से अधिक फसलों का नुकसान होने से उत्पादन पर असर पड़ा है। डीएम ने खेतों में जाकर गेहूं की फसल का जायजा लिया। बीजेपी के पूर्व मंत्री ने भी खेतों में जाकर किसानों को मरहम लगाने की कोशिश की। गेहूं की फसल पर कुदरत की मार किसान को बर्बाद करने पर तुली है। फसल में दाना बनने से पहले ही जमीन पर गिरने से फसल में खाली बाल रह गई है। मौसम खराब होने से किसान परेशान हैं। एक माह पहले अचानक तेज हवाओं के साथ बारिश ने किसानों की आलू और अन्य फसल को तबाह कर दिया था। बारिश से सबसे अधिक नुकसान गेहूं और जौ की फसल को हुआ है। अब किसानों ने अपनी लेटी हुई गेहूं और जौ की फसल को समेटना शुरू किया तो प्रकृति ने फिर से मुसीबत में डाल दिया। फसल भीगने से दाने कमजोर और काले पड़ गए। गेहूं की फसल में दाना न बनने से खाली गेहूं की बाल दिखाई दे रही है। किसान नेता चौधरी गजेंद्र सिंह और किसान रामभूल सिंह, पीके चौधरी, ठाकुर सौदान सिंह, आदि का कहना है कि गेहूं की फसल 70 प्रतिशत प्रभावित हुआ है। किसान पूरी तरह बर्बाद हो गया है। उधर, सर्वे करने पहुंची राजस्व टीम के प्रभारी लेखपाल मोमराज सिंह ने बताया कि 40 प्रतिशत से अधिक का नुकसान हुआ है। डीएम बी.चंद्रकला ने बताया कि उन्होंने खुद भी कुडवल बनारस, मडैया, गिनोराशेख, नवादा और बराल गांव में गेहूं की फसल का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि गेहूं की फसल गिरने से गेहूं का दाना काला और कमजोर पड़ गया है। जिन किसानों की फसल बर्बाद हो गई है उन्हें सरकार से मुआवजा दिलाया जाएगा। दूसरी और बीजेपी के पूर्व राजस्व मंत्री विरेंद्र सिंह सिरोही ने भी किसानों के बीच पहुंचकर मुआवजा दिलाने की बात कही है। अनूपशहर के बसपा विधायक चौधरी गजेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर 1 से 3 मार्च के बीच बारिश से किसानों की फसल नष्ट होने की जानकारी देते हुए अभी भी बारिश और तेज हवा जारी है। विधायक ने किसानों को तत्काल सहायता दिलाने, वसूली स्थगित और ब्याज माफी की मांग उठाई है।
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