इस्कॉन मंदिर में आदित्य नारायण ने की श्वेता अग्रवाल से शादी, बरात में बेटे के साथ जमकर नाचे उदित नारायण
|दिग्गज सिंगर उदित नारायण के बेटे आदित्य नारायण आज जुहू (मुंबई) स्थित इस्कॉन मंदिर में गर्लफ्रेंड श्वेता अग्रवाल से शादी कर ली है। दोनों ने भगवान के सामने एक-दूसरे को वरमाला पहनाकर पति-पत्नी स्वीकार किया। इससे पहले आदित्य के घर से उनकी बरात निकली, जिसमें वे अपने पिता उदित नारायण के साथ जमकर डांस करते नजर आ रहे हैं। आदित्य की मां दीपा नारायण ने भी बेटे की शादी में खूब डांस किया।
कोविड के कारण ज्यादा लोगों को नहीं बुलाया
पिछले दिनों एक इंटरव्यू में आदित्य ने कहा था, "कोविड-19 की वजह से हम सिर्फ क्लोज फैमिली मेंबर्स और फ्रेंड्स को ही बुला सकते हैं। क्योंकि महाराष्ट्र में शादी में 50 से ज्यादा लोगों को बुलाने की इजाजत नहीं है। इसलिए यह मंदिर में छोटी सी शादी होगी और उसके बाद छोटा सा रिसेप्शन।
2 दिसंबर को होगा रिसेप्शन
उदित नारायण ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया था कि वे अपने बेटे की शादी धूमधाम से करना चाहते थे। लेकिन कोरोना महामारी के चलते ऐसा संभव नहीं हो सका। हालांकि, वे बेटे के रिसेप्शन में कमी नहीं छोड़ना चाहते थे।
उन्होंने एक अन्य इंटरव्यू में बताया कि इंडस्ट्री की कई बड़ी हस्तियां बेटे आदित्य के रिसेप्शन का हिस्सा बनेंगी। उदित के मुताबिक, 2 दिसम्बर को मुंबई के एक 5 सितारा होटल में आदित्य का रिसेप्शन होगा। इसका न्योता अमिताभ बच्चन से लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक को भेजा गया है।
सोशल मीडिया पर किया था शादी का ऐलान
3 नवंबर को आदित्य नारायण ने सोशल मीडिया पर अपनी शादी का ऐलान किया था। उन्होंने अपनी पोस्ट में लिखा था, "हम शादी करने जा रहे हैं। मैं सबसे लकी हूं, जिसे श्वेता मिली। मेरी सोलमेट, 11 साल पहले और अब हम फाइनली दिसंबर में शादी कर रहे हैं। हम दोनों बेहद निजी लोग हैं और मानते हैं कि किसी की निजी जिंदगी को निजी रखना सबसे अच्छा है।"
आदित्य नारायण और श्वेता अग्रवाल की रोका सेरेमनी इसी महीने की शुरुआत में हुई थी। सेरेमनी की एक फोटो सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी। इसमें कपल और उनके पैरेंट्स दिखाई दे रहे थे। आदित्य और श्वेता के हाथों में शगुन का सामान दिखाई दे रहा था।
पिछले दिनों तिलक के साथ आदित्य और श्वेता की शादी की रस्में शुरू हुई थीं। इस दौरान आदित्य ने कहा था, "सभी पुरुषों के माथे पर तिलक लगाकर शादी की रस्मों की शुरुआत होती है, जो कि काफी अच्छी शुरुआत मानी जाती है। इस सेरेमनी में सिर्फ परिवार के लोग ही शामिल होते हैं।"