चांदनी चौक को संवारने का नया प्लान!
|पुरानी दिल्ली के चांदनी चौक इलाके में ट्राम के प्रोजेक्ट को रिजेक्ट कर चुकी दिल्ली सरकार अब चांदनी चौक के सौंदर्यीकरण के पुराने प्रोजेक्ट को रिजेक्ट कर नया प्लान ला रही है। इस प्लान में चांदनी चौक को पैदल यात्रियों के लिए सुगम बनाने की बात की जा रही है। लेकिन इस प्लान पर शाहजहानाबाद रिडेवलेपमेंट कॉरपोरेशन (एसआरडीसी) ने आपत्ति दर्ज की है, साथ ही वहां के कारोबारी भी ऐतराज उठा रहे हैं। फिलहाल पिछले तीन साल से चांदनी चौक के सौंदर्यीकरण का काम रुका पड़ा है।
चांदनी चौक के सौंदर्यीकरण का प्रोजेक्ट करीब 11 साल पुराना है। इस दौरान कई योजनाएं बनी और बिगड़ती रही। लेकिन काम को लेकर दिल्ली सरकार ने गंभीरता नहीं दिखाई। मामला आगे बढ़े इसके लिए दिल्ली की पूर्व कांग्रेसी सरकार ने एसआरडीसी का गठन किया, जिसे चांदनी चौक के अलावा पुरानी दिल्ली को संवारने का काम सौंपा गया। जिसको लेकर लगातार बैठकें होती रही हैं। आप सरकार ने चांदनी चौक को लेकर एसआरडीसी की अगुवाई में एक स्पेशल कमिटी भी बना दी है। सूत्र बताते हैं कि इस कमिटी के पास दिल्ली सरकार की ओर से चांदनी चौक के सौंदर्यीकरण को लेकर नया प्लान पेश किया गया है। लेकिन इस प्लान पर सवाल उठ रहे हैं।
सूत्र बताते हैं कि पीडब्ल्यूडी ने इस प्लान को एक पुराने कंसलटेंट से बनवाया है, जिन्होंने श्यामा प्रसाद मुखर्जी मार्ग व सुभाष पार्क का विकास किया है। जो नया प्लान बनाया गया है, उसमें चांदनी चौक को पैदल यात्रियों की सुगमता का खास खयाल रखा गया है। प्लान में चांदनी चौक के दोनों फुटपाथ को साढ़े छह मीटर चौड़ा करने का प्रावधान किया गया है, साथ ही दोनों सड़कों पर रिक्शा चलाने के लिए अलग से सड़क का भी प्रावधान किया गया है। इसके अलावा वहां स्ट्रीट लाइटों के अलावा सेंट्रल वर्ज में भी बदलाव करने की बात कही गई है। लेकिन चांदनी चौक के सौंदर्यीकरण को देख रही एसआरडीसी के अलावा वहां के स्थानीय कारोबारियों ने भी इस प्लान पर आपत्ति उठाई है और कहा है कि इसे लागू किया गया तो बाजार के मूल चरित्र के अस्तित्व पर ही सवाल खड़ा हो जाएगा।
एसआरडीसी के एक आला अधिकारी के अनुसार पुराने प्रोजेक्ट का प्लान यूटिपैक ने बनाया था। मतलब यही है कि पुराने प्लान पर सभी विभागों की सहमति थी और उपराज्यपाल ने उसे पारित किया था। अधिकारी के अनुसार जो नियम हैं, उसके मुताबिक यूटिपैक का प्लान बदल ही नहीं सकता, जबकि इस बार सरकार के पीडब्ल्यूडी ने सिर्फ एक कंसलटेंट की मदद लेकर प्लान को बनाकर उसे विशेष कमिटी को भेज दिया। अधिकारी के अनुसार इस बाबत सरकार को बताया जाएगा कि नए प्लान को लेकर क्या अड़चनें हैं।
दूसरी ओर चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल ने भी नए प्लान का विरोध किया है। मंडल अध्यक्ष एसआरडीसी की स्पेशल कमिटी के सदस्य संजय भार्गव के अनुसार नया प्लान चांदनी चौक के मूल चरित्र के ही खिलाफ है। हम भी चाहते हैं कि बाजार में पैदल यात्रियों की संख्या बढ़े, लेकिन रिक्शों व वाहनों के चलते बाजार का और बुरा हाल हो जाएगा। फुटपाथ की चौड़ाई भी बहुत अधिक बढ़ाई जा रही है, जो तर्क संगत नहीं है। गौरतलब है कि चांदनी चौक में ट्राम चलाने पर भी सहमति बन गई थी और मेट्रो ने इसका ब्लू प्रिंट भी तैयार कर लिया था। लेकिन दो साल पहले आप सरकार ने इस प्लान को भी निरस्त कर दिया था।
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