बीएचयू में शुरू हुई डिजिटल साइकल सेवा
|वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) में पर्यावरण संरक्षण के लिए मंगलवार को डिजिटल साइकल सेवा की शुरुआत हुई। आईआईटी बीएचयू के डायरेक्टर प्रफेसर राजीव संगल ने इसका शुभारंभ किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करती यह सेवा पूरी तरह से डिजिटल लॉक और डिजिटल पेमेंट पर आधारित है।
डिजिटल साइकल सेवा जूमकार कंपनी ने शुरू की है। इसके लिए 27 फरवरी को कंपनी और आईआईटी बीएचयू के बीच एमओयू साइन हुआ था। पहले चरण में 80 साइकल आईआईटी और बीएचयू के अन्य संकाय के छात्र एवं छात्राओं के लिए 6 स्टेशनों पर उपलब्ध कराई गई हैं।
ऐप के जरिए मिलेगी सुविधा
जूमकार कंपनी के अधिकारी गुंजित ने बताया कि ईको-फ्रेंडली साइकल के इस्तेमाल के लिए जूमकार ऐप डाउनलोड करना होगा। इसमें साइकल का विकल्प है। ऑप्शन पर जाकर नजदीकी स्पॉट चेक किया जा सकता है। वहां पहुंचकर क्यूआर कोड को साइकल में लगे डिवाइस से मैच कराकर अनलॉक करने के बाद चलाया जा सकेगा। साइकल को कहीं छोड़ने के लिए क्यूआर कोड से लॉक किया जा सकता है। यही नहीं, आधे घंटे की राइड के लिए सिर्फ एक रुपये देने होंगे।
जानिए, क्या कहते हैं प्रफेसर संगल
आईआईटी बीएचयू के डायरेक्टर प्रफेसर संगल ने कहा कि डिजिटल साइकल सेवा की शुरुआत का मकसद बहुत साफ है कि हम साइकल का प्रयोग करें। साइकल प्रदूषण रहित, स्वास्थ्यवर्धक और सुरक्षित साधन है।
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