युवा पीढ़ी को उत्तराधिकारी बनाएगा बजाज परिवार, शेयरों की अदला-बदली शुरू
|बजाज ग्रुप के प्रमोटरों ने उत्तराधिकार योजना के तहत अपनी संपत्ति युवा पीढ़ी को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इसके लिए वे लोग ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों के शेयरों की आपस में खरीद-फरोख्त करके अपनी ओनरशिप को दुरुस्त कर रहे हैं। पिछले हफ्ते मधुर बजाज और उनकी पत्नी कुमुद, नीरव बजाज, उनके बेटे नीरज बजाज; बजाज इलेक्ट्रिकल्स के चेयरमैन शेखर बजाज और उनके बेटे अनंत बजाज के बीच शेयर स्वापिंग यानी अदला-बदली हुई थी। आने वाले दिनों में परिवार के लोगों के बीच इस तरह की शेयर स्वापिंग और भी हो सकती हैं।
फैमिली वेल्थ के ट्रेजरर का काम करने वाले नीरज बजाज चारों प्रमोटरों में सबसे छोटे हैं। उन्होंने कहा, ‘यह परिवार के भीतर छोटा सा फेरबदल है। परिवार के बाहर एक भी शेयर नहीं बेचा गया है और न ही परिवार से बाहर का शेयर खरीदा गया है। आगे ऐसे कुछ और ट्रांजैक्शंस हो सकते हैं। इस पर काम चल रहा है।’ बजाज ग्रुप का इतिहास 90 साल पुराना है, जो इसके संस्थापक जमनालाल बजाज से शुरू होता है। ग्रुप के अब चार प्रमोटर-परिवार के मुखिया राहुल बजाज, शेखर बजाज, मधुर बजाज और नीरज बजाज हैं। उत्तराधिकार योजना के तहत संपत्तियों का हस्तांतरण उनके बच्चों को होगा।
नीरज बजाज कहते हैं, ‘परिवार को उत्तराधिकार के अलावा ग्रुप और उसकी कंपनियों की फ्यूचर प्लानिंग के बारे में सोचते रहना होगा। यह कोशिश भी होगी कि संयुक्त परिवार यूं ही हंसी खुशी चलता रहे जिसमें चारों बजाज भाइयों और उनके बच्चों के परिवार शामिल हैं। हम चाहते हैं कि बजाज ग्रुप लंबे समय तक अपने सफर पर आगे बढ़ता रहे, इसलिए हम जरूरी कदम उठाते रहते हैं।’ एक्सचेंज के डेटा के मुताबिक, कुछ एंटिटी ने प्रमोटर ग्रुप की दूसरी एंटिटी को बजाज होल्डिंग्स एंड इनवेस्टमेंट के औसतन 2,993 रुपये की दर से 1,369.55 करोड़ रुपये से ज्यादा के 45 लाख से ज्यादा शेयर बेचे हैं।
ऐसे ही सौदों में बजाज ऑटो, बजाज इलेक्ट्रिकल्स और बजाज फिनसर्व के 408.20 करोड़, 103.55 करोड़ और 597.69 करोड़ रुपये के शेयरों का लेनदेन हुआ है। इस तरह कुल 2,479 करोड़ रुपये के सौदे हुए हैं। जमनालाल बजाज के पांच पोतों- राहुल, शिशिर, शेखर, मधुर और नीरज ने टू-व्हीलर, इंश्योरेंस, शुगर, स्टील और हाउसहोल्ड इलेक्ट्रिकल अप्लायंसेज में इंटरेस्ट वाला कारोबार खड़ा किया था। हालांकि शिशिर बजाज लगभग एक दशक पहले बजाज हिंदुस्तान और बजाज कंज्यूमर केयर लिमिटेड का मालिकाना हक लेकर ग्रुप से अलग हो गए थे। राहुल और शिशिर सगे भाई हैं, जबकि मधुर, शेखर और नीरज चचेरे भाई हैं।
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