वाह री पुलिस, बुजुर्गों को बनाया बवाल का आरोपी
|पूर्व मंत्री ने एसएसपी से की शिकायत, निष्पक्ष जांच के बाद ही होगी कार्ऱवाई
विस, मेरठ : नगर निकाय के पहले चरण की वोटिंग 22 नवंबर को हुई थी। मेरठ में भी इसी दिन वोट पड़े थे। वोटिंग के बाद मेरठ के अतिसंवेदनशील गुदड़ी बाजार में दो प्रत्याशियों के पक्षों में संघर्ष हो गया था। फायरिंग हुई थी। पुलिस ने बुजुर्गों को भी इस हमले में बवाल के दौरान जानलेवा हमला करने का आरोपी बना दिया था। कई लोगों को जेल भी भेज दिया था।
समाजवादी पार्टी नेता और सूबे के पूर्व कैबिनेट मंत्री शाहिद मंजूर सोमवार को एसएसपी मंजिल सैनी से मिले। उन्होंने मेरठ कोतवाली पुलिस पर बुजुर्गों पर 307 धारा लगाने का विरोध किया। शाहिद मंजूर ने एसएसपी को बताया कि वोटिंग के बाद आपस में दो गुटों में झगड़ा हुआ था। जिसमें एक गुट ने अपने बचाव में पथराव कर दिया था। दूसरे घुट ने फायरिंग की थी। इस मामले में थाना कोतवाली इंस्पेक्टर ने एक ही पक्ष के कई लोगों को जेल भेज दिया। कई बुजुर्गों के नाम एसएसपी को बताए जवान पर जानेलवा हमला करने की धारा 307 के तहत रिपोर्ट दर्ज करने की बात कही। एक बुजुर्ग को शाहिद मंजूर ने एसएसपी से मिलवाया भी। एसएसपी मंजिल सैनी ने शाहिद मंजूर की शिकायत पर इंस्पेक्टर को मोबाइळ पर ही आड़े हाथ लिया औऱ जांच कर निष्पक्ष कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
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