वाहन जब्त तो कर लें, खड़ा कहां करेंगे!
|उपराज्यपाल के आदेश के बाद एमसीडी ने अनधिकृत सड़कों पर खड़े वाहनों को जब्त कर उनका चालान काटना शुरू तो कर दिया है, लेकिन समस्या यह आ रही है कि जब्त वाहनों को कहां खड़ा किया जाए। स्पेस की कमी के चलते कई इलाकों में तो एमसीडी एक्शन ही शुरू नहीं कर पाई। एक्शन वाली सड़कों को लेकर भी अधिकारी परेशान हैं।
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने ट्रैफिक पुलिस व एमसीडी को आदेश दिए हैं कि वे उन व्यवस्त सड़कों से वाहनों को जब्त कर उनका चालान काटे, जो वहां अवैध रूप से खड़े किए जा रहे हैं। एलजी के आदेश के बाद ट्रैफिक पुलिस ने पूरी दिल्ली में 29 सड़कों की पहचान की। एमसीडी की बात करें तो नॉर्थ एमसीडी ने कल 21 वाहन जब्त किए तो साउथ एमसीडी ने 142 और ईस्ट एमसीडी ने 71 वाहनों को जब्त कर उनका चालान काटा। यह एक्शन जोन के लाइसेंसिंस विभाग द्वारा किया गया, जो गैर लाइसेंसिंग रिक्शों आदि को जब्त करता है और बाजारों में अतिक्रमण आदि के खिलाफ एक्शन चलाता है। फिलहाल यह एक्शन कब तक चलेगा, इसकी जानकारी एमसीडी के किसी भी अधिकारी के पास नहीं है।
फिलहाल ये एक्शन एमसीडी अफसरों के लिए परेशान का सबब बनने जा रहा है। वे हैरान-परेशान हैं कि वाहन इस प्रकार के प्राइवेट वाहन जब्ती का एक्शन उन्होंने कभी किया ही नहीं, दूसरे जो सड़कें बताई जा रही हैं, वहां एक्शन करने में परेशानी आ सकती है। नॉर्थ एमसीडी की बात करें तो सूत्र बताते हैं कि वहां के छह जोन में से मात्र एक ही जोन सिविल लाइं में एक्शन हुआ। बताते हैं कि अफसरों के सामने परेशानी यह है कि वे वाहनों को जब्त तो कर लें लेकिन उन्हें तब तक खड़ा कहां करेंगे, जब तक उसका मालिक नहीं आ जाता और वह चालान नहीं कटवा लेता। एक आला अधिकारी के अनुसार नॉर्थ एमसीडी में जितने भी जोन कार्यालय हैं, वहां अफसरों व अन्य स्टाफ के लिए वाहन खड़ा करने के लिए स्थान उपलब्ध नहीं है, दूसरे जितने भी स्टोर हैं वहां या तो जब्त किया गया कबाड़ पड़ा हुआ है, या वहां सीमेंट, रोड़ी, बदरपुर भरा है। अधिकारी के अनुसार समस्या यह भी है कि इन जब्त वाहनों को पकड़कर सड़कों पर ही रखा गया तो इस बात की शिकायत हो सकती है कि सड़क पर खड़ा करने से ट्रैफिक स्मूद कैसे हो सकता है।
एमसीडी अधिकारी ट्रैफिक पुलिस द्वारा बनाई गई सड़कों की लिस्ट को लेकर भी चकराए हुए हैं। कुछ सड़कें तो 15 किलोमीटर से भी अधिक लंबी हैं, जहां एक्शन किया जाना है। जैसे की रामपुरा से मुंडका तक की सड़क या जखीरा चौक से द्वारका मोड़ से आगे नजफगढ़ तक। अधिकारी के अनुसार यहां पर एक्शन के कामयाब होने की संभावना कम ही नजर आ रही है, उसका कारण है कि इतनी लंबी सड़कों से वाहन उठाने का एक्शन चला तो वाहन कहां ले जाएंगे। एक अधिकारी के अनुसार शालीमार बाग की एक रिहायशी सड़क को भी इस लिस्ट में डाल दिया गया है। अगर यहां पर एकशन किया गया तो डर इस बात का है कि वहां तनाव पैदा न हो जाए। फिलहाल इस एक्शन से एमसीडी अधिकारी आजकल चकराए हुए हैं।
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