AAP में साफ दिखने लगे दो गुट, विश्वास का विरोध
|आम आदमी पार्टी का पंजाब और गोवा विधानसभा चुनावों के बाद दिल्ली एमसीडी चुनावों में भी प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा जिसके बाद से पार्टी में मचा तूफान कम होने का नाम नहीं ले रहा है। दिल्ली के बाद अब राजस्थान से विरोध के सुर उठने लगे हैं। सोशल मीडिया पर आप समर्थक दो खेमों में बंट गए हैं। जहां एक खेमा कुमार विश्वास को सपोर्ट करने वालों का है, वहीं दूसरा उनका विरोध करने वालों का। राजस्थान प्रभारी बनाए जाने के बाद से कुमार विश्वास ने रविवार को राजस्थान के पार्टी कार्यकर्ताओं की पहली मीटिंग की। एक ओर कुमार मीटिंग को सफल बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर पार्टी के कुछ पुराने कार्यकर्ता सोशल मीडिया पर मीटिंग की सफलता को लेकर सवाल उठा रहे हैं।
दिल्ली से राजस्थान तक बवाल
राजस्थान में रविवार को हुई मीटिंग के बाद कुछ कार्यकर्ताओं ने कुमार विश्वास पर ही हमला बोल दिया है। सोशल मीडिया पर पार्टी के वॉलनटिअर्स ने लिखा कि राजस्थान का सम्मेलन में दिल्ली से असंतुष्टों की प्रायोजित भीड़ क्यों बुलाई गई। वॉलनटिअर्स ने आरोप लगाया कि पार्टी मीटिंग में पुराने कार्यकर्ताओं को दबाने के लिए पैसे से भीड़ एकत्र की गई थी। साथ ही कहा कि पार्टी के पुराने नेताओं से केजरीवाल से मुलाकात होने की बात पूछ कर कार्यकर्ताओं को किनारे लगाया जा रहा है।
पार्टी के एक वॉलनटिअर ने कहा कि मैं पिछले पांच सालों से राजस्थान में पार्टी के लिए काम कर रहा हूं और मेरे जैसे कई वॉलनटिअर्स नाराज हैं। हम अपनी अलग मीटिंग कर आगे की रणनीति बनाने की सोच रहे हैं क्योंकि रविवार को हुई मीटिंग में किसी भी कार्यकर्ता की बात नहीं सुनी गई।
बिना बात किया फैसला
आप के एक वॉलनटिअर के मुताबिक मीटिंग में बिना पार्टी कार्यकर्ताओं से बात किए ही पार्टी की छात्र यूनिट का कॉलेजों में चुनाव लड़ना तय हुआ है। वॉलनटिअर ने बताया कि दिल्ली से आए कुछ पर्यवेक्षकों ने राजस्थान के नेताओं से पुछा कि क्या पार्टी से निकाले जाने पर आप लोग कुमार विश्वास का साथ देंगे? विश्वास के साथ गलत होने पर क्या उनका साथ देंगे?
पार्टी मैं नहीं चला रहा: विश्वास
एनबीटी ने कुमार विश्वास से वॉलनटिअर के आरोपों के बारे में बात की। इस पर कुमार ने कहा कि ‘मैं पुछवाए गए सवालों का जवाब नहीं देता।’ पार्टी में सब ठीक नहीं चलने के सवाल पर कुमार ने कहा कि ‘पार्टी मैं नहीं चला रहा’। कुमार ने राजस्थान की मीटिंग को सफल बताया। उन्होंने कहा कि संगठन निर्माण के लिए मीटिंग की गई थी और मीटिंग के लिए 2300 लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया है।
उन्होंने कहा कि राजस्थान के दूर-दराज के इलाकों से भी लोग पहुंचे थे और बहुत सारे नए कार्यकर्ता भी आए थे। कुमार ने कहा कि हमने हर लोकसभा के लिए अस्थाई संगठन निर्माण समिति का गठन किया है। जुलाई में हर कॉलेज में हमारी छात्र इकाई ऐडमिशन सहायता डेस्क लगाएगी। हमारी कोशिश है कि हर कॉलेज के चुनाव लड़े जाएं।
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