विपरीत परिस्थितियों में निष्ठा के साथ सीमा की रक्षा करते हैं थारू: योगी
|भारत-नेपाल सीमा पर बसे थारू जनजाति की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और युवाओं को खेल तथा पढ़ाई के लिए प्रोत्साहित करने के लिए सीएम योगी ने कई योजनाओं की घोषणा की। योगी ने कहा कि जब देष की सीमा अतिसंवेदनशील बन जाती है। उस समय सीमा के सुरक्षा की जिम्मेदारी थारूओं पर आ जाती है। सीमा क्षेत्र में बसे थारू समुदाय देश और धर्म की सुरक्षा उतनी ही निष्ठा के साथ करते है, जिस तरह से किसी कालखंड में महाराणा प्रताप ने मेवाड़ और चित्तौड़ की की थी।
सीएम योगी रविवार को बलरामपुर जिले में दीनदयाल शोध संस्थान पचपेड़वा में महाराणा प्रताप जयंती के मौके पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने आए थे। इस दौरान सीएम ने महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद थारू महिलाओं के लिए कौशल विकास केंद्र का उद्घाटन किया। सीएम ने कहा कि इस केंद्र से हर साल करीब 600 महिलाएं प्रशिक्षण लेकर आत्मनिर्भर बनेंगी। थारू युवाओं के लिए मिनी स्पार्टस स्टेडियम और म्यूजियम के साथ ही शोध संस्थान द्वारा चलाए जा रहे स्कूल तक सड़क और इंटरमीडिएट की मान्यता दिलाने की घोषणा की। इसके अलावा सीएम ने वन्य ग्रामों को आदर्श गांव का दर्जा दिलाने का ऐलान किया।
सीएम ने कहा कि महाराणा प्रताप के अभियान को इतिहास में तोड़-मरोड़ के प्रस्तुत करने का प्रयास किया गया लेकिन आज देश के स्वाधीन होने के बाद भी महाराणा प्रताप के आदर्श को प्रस्तुत कर प्रेरणा लेते है। देश और धर्म के लिए त्याग और बलिदान कभी व्यर्थ नही जाता है। इस दौरान सीएम योगी ने थारूओं का मनोबल बढ़ाने के लिए उनके साथ जमीन पर बैठकर महुराइन के पत्तों पर भोजन किया। इसी पत्ते के बने ग्लास में पानी पिया।
महुराइन का पेड़ जंगल में पाया जाता है। थारू जनजाति इसे बेहद पवित्र मानती है और भोजन के लिए इसी पत्ते को थाली के रूप में इस्तेमाल करती है। इसके बाद सीएम ने देवीपाटन मंदिर में आराधना भी की। यहां मंदिर के संतों के साथ ही उन्होंने संगठन के पदाधिकारियों से मुलाकात की। इसके बाद सीएम योगी ने गोंडा जिले का रुख किया। सीएम योगी ने यहां पहुंचकर सबसे पहले जिला अस्पताल का निरीक्षण किया।
बताया जाता है कि सीएम के दौरे से अस्पताल में भर्ती मरीजों को काफी परेशानियां उठानी पड़ी। मरीज के परिवारीजनों को सुबह ही अस्पताल से बाहर कर दिया गया, जिससे मरीज पानी-चाय के लिए दिनभर तरसते रहे। इसके अलावा सीएम के आगमन से कई घंटे पहले अस्पताल आने वाले मरीजों को भर्ती नही किया गया। यहां से निकलने के बाद सीएम अचानक नगर पालिका पहुंच गए। नगर पालिका में गंदगी देखकर उन्होंने मौके पर मौजूद ईओ को फटकार लगाई। यहां से योगी ने निकलकर सर्किट हाउस में संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक की।
फिर सीएम ने आयुक्त सभागार में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। समीक्षा बैठक के दौरान स्वच्छा रैकिंग में गोंडा के सबसे निचले पायदान पर आने पर योगी ने अधिकारियों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने अधिकारियों से पूछा आखिर गोंडा सबसे गंदा क्यों है। इसके बाद उन्होंने डीएम को निर्देश दिए कि इसके लिए अधिकारियों की जवाबदेही तय करें। इसके अलावा योगी ने स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार और गड़बड़ी पाए जाने पर अधिकारियों को डांट लगाई।
बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हिंदू युव वाहिनी नेता की कार का शीशा तोड़ा
सीएम योगी का स्वागत नही कर पाने से नाराज बीजेपी कार्यकर्ताओं ने हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक सिंह की कार का शीशा तोड़ दिया। बताया जाता है कि सीएम के स्वागत के लिए अशोक सिंह संगठन के पदाधिकारियों के साथ हेलिपैड़ पर पहुंच गए थे। इसके बाद बीजेपी के कुछ नेता स्वागत के लिए जाने लगे तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें जाने से रोक दिया। इसे लेकर बीजेपी कार्यकर्ता भड़क गए और नेता की कार को क्षतिग्रस्त कर दिया।
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