प्रदर्शन कर रहे जेएनयूएसयू प्रेजिडेंट को मिला नोटिस
|नई दिल्ली
12 जनवरी को जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के प्लान किए गए प्रोटेस्ट को लेकर ऐडमिनिस्ट्रेशन ने एक बार फिर नोटिस जारी किया है। यह नोटिस जेएनयूएसयू के प्रेजिडेंट मोहित पांडे के नाम रजिस्ट्रार प्रो प्रमोद जोशी की ओर से है। यूनियन 12 और 13 जनवरी को ऐडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक में प्रॉटेस्ट करने वाली है। यूनियन का कहना है कि एमफिल पीएचडी पर यूजीसी नोटिफिकेशन, मनमाने तरीके से वीसी के ईसी और एसी मीटिंग चलाने, नजीब अहमद मामले में एबीवीपी के लीडर्स को दिए गए टोकन सजा के खिलाफ यह प्रदर्शन किया जाएगा। इस लेटर में यूनिवर्सिटी के नियमों को कोट करते हुए कहा गया है कि यूनिवर्सिटी के अकैडमिक और ऐडमिनिस्ट्रेटिव कामों में जो भी ऐक्टिविटी (जैसे घेराव, धरना) खलल डालती है, उसे करने की मनाही है। यह भी कहा गया है कि प्रोटेस्ट ऐडमिनिस्ट्रेटिव और अकैडमिक कॉम्प्लेक्स से 20 मीटर की दूरी में किया जा सकता है। नोटिस का उल्लंघन करने पर लेटर में एक्शन लेने की भी बात की गई है।
12 जनवरी को जेएनयू स्टूडेंट्स यूनियन के प्लान किए गए प्रोटेस्ट को लेकर ऐडमिनिस्ट्रेशन ने एक बार फिर नोटिस जारी किया है। यह नोटिस जेएनयूएसयू के प्रेजिडेंट मोहित पांडे के नाम रजिस्ट्रार प्रो प्रमोद जोशी की ओर से है। यूनियन 12 और 13 जनवरी को ऐडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक में प्रॉटेस्ट करने वाली है। यूनियन का कहना है कि एमफिल पीएचडी पर यूजीसी नोटिफिकेशन, मनमाने तरीके से वीसी के ईसी और एसी मीटिंग चलाने, नजीब अहमद मामले में एबीवीपी के लीडर्स को दिए गए टोकन सजा के खिलाफ यह प्रदर्शन किया जाएगा। इस लेटर में यूनिवर्सिटी के नियमों को कोट करते हुए कहा गया है कि यूनिवर्सिटी के अकैडमिक और ऐडमिनिस्ट्रेटिव कामों में जो भी ऐक्टिविटी (जैसे घेराव, धरना) खलल डालती है, उसे करने की मनाही है। यह भी कहा गया है कि प्रोटेस्ट ऐडमिनिस्ट्रेटिव और अकैडमिक कॉम्प्लेक्स से 20 मीटर की दूरी में किया जा सकता है। नोटिस का उल्लंघन करने पर लेटर में एक्शन लेने की भी बात की गई है।
बीजेपी नेता का इनविटेशन कैंसल : बुधवार को जेएनयू में डिजिटल लिटरेसी के एक प्रोग्राम में बीजेपी के आईटी सेल कन्वेनर अरविंद गुप्ता को इनवाइट किया गया था। अरविंद के मुख्य वक्ता होने पर जेएनयू स्टूडेंट्स ने मंगलवार रात से ही प्रोटेस्ट शुरू कर दिया। यूनियन प्रेजिडेंट मोहित पांडे ने बताया कि प्रशासन ने आखिर में कन्फ्यूजन का नाम देकर इनविटेशन कैंसल किया। उनकी जगह दिनेश गुप्ता ने संबोधित किया। स्टूडेंट्स का आरोप है कि गुप्ता ने सोशल मीडिया पर जेएनयू पर ट्रॉल कैंपेन चलाया था, साथ ही महिलाओं के लिए गलत शब्द का इस्तेमाल करते हुए ऑनलाइन कैंपेन को भी उन्होंने ही चलाया, ऐसे शख्स को वो कैंपस में बोलने का मौका नहीं दे सकते।
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