इस तरह की चूक ऐसे लोगों से तो उम्मीद की जा सकती है जो भूगोल (geography) में कमजोर हों लेकिन इसकी उम्मीद इमीग्रेशन अधिकारियों से नहीं की जा सकती, जबकि उनका काम दूसरे देशों से आये पर्यटकों के बारे में जानकारी हासिल करना होता है..
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