आप विधायकों ने चुनाव आयोग से और समय मांगा
|आम आदमी पार्टी (आप) के 21 विधायकों में से कुछ ने कथित तौर पर लाभ का पद लेने को लेकर अयोग्य ठहराए जाने की आशंका पर चुनाव आयोग को जवाब देने के लिए और समय मांगा है। इन विधायकों का कहना है कि चुनाव आयोग की ओर से उन्हें दिया दिया गया पेन ड्राइव खराब है। इसके साथ ही विधायकों ने यह भी दावा किया कि उनके वकील उपलब्ध नहीं थे, जिस कारण वे अपने जवाब दाखिल नहीं कर सके।
चांदनी चौक से आप की विधायक अलका लांबा ने आयोग से जवाब देने के लिए और समय मांगते हुए कहा है कि कुछ विधायकों को आयोग से मिले पेन ड्राइव खराब निकले हैं। उनका कहना है, ‘इसके अलावा पिछले सप्ताह हमारे वकील उपलब्ध नहीं थे जिस वजह से हम जवाब दाखिल नहीं कर सके। इस वजह से हमने और समय मांगा है।’
लांबा ने बताया, अधिकतर विधायकों ने हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट में प्रैक्टिस करने वाले वकीलों को हायर किया है। पिछले सप्ताह दोनों कोर्ट में छुट्टी थी और वकील बाहर गए थे। अब वे वापस आ गए हैं और हम जल्द ही अपना जवाब दाखिल कर देंगे। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने लगभग 2,500 पेज की सॉफ्ट कॉपी दी थी और किसी भी व्यक्तिगत विधायक के खिलाफ आरोपों का कोई विभाजन नहीं है। इस वजह से पूरी प्रक्रिया जटिल हो गई है।
आप के विधायकों को अयोग्य ठहराने की याचिका ऐडवोकेट प्रशांत पटेल ने दायर की थी। उन्होंने विधायकों के इस कदम को कार्यवाही में देरी करने की एक ‘चाल’ बताया।
चुनाव आयोग ने 10 अक्टूबर को यह स्पष्ट कर दिया था कि विधायकों को 17 अक्टूबर तक उन्हें अयोग्य ठहराने की मांग करने वाली याचिका पर जवाब देना होगा। अगर वे ऐसा नहीं करते तो आयोग यह मान लेगा कि उनके पास इस मामले में कहने के लिए कुछ नहीं है और वह इसके अनुसार आगे का फैसला करेगा।
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