इन 8 में से कोई हो सकता है आरबीआई का अगला गवर्नर?
| सुबीर गोकर्ण
भारतीय रिजर्व बैंक के सबसे युवा डेप्युटी गवर्नर रहे सुबीर रेटिंग एजेंसी एसऐंडपी (S&P) के चीफ इकनॉमिस्ट भी रह चुके हैं। अभी सुबीर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष में भारत के दूत हैं।
उम्र: 56 साल
एजुकेशन: इकनॉमिक्स में वेस्टर्न रिजर्व यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट
– ग्रोथ और महंगाई को बैलेंस करने पर रहेगा जोर
उर्जित पटेल
रिजर्व बैंक के हालिया डेप्युटी गवर्नर उर्जित मॉनिटरी पॉलिसी संभाले हुए हैं। उर्जित बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप और रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ काम कर चुके हैं।
उम्र: 52 साल
एजुकेशन: येल यूनिवर्सिटी से इकनॉमिक्स में डॉक्टरेट
– भारत की मंहगाई दर टारगेट के आर्किटेक रहे हैं और रेट-सेटिंग पैनल के सदस्य
अरुंधति भट्टाचार्य
207 साल पुराने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की पहली महिला चेयरपर्सन हैं। अगर वह गवर्नर बनती हैं तो वह पहली महिला गवर्नर होंगी।
उम्र: 60 साल
एजुकेशन: लिटरेचर में जाधवपुर यूनिवर्सिटी से एमए किए हुए हैं। अरुंधति का कार्यकाल हाल ही में एक साल के लिए बढ़ाया जा चुका है।
– इस समय एसबीआई को बैड लोन्स से निकालने में लगी हुई हैं।
अरविंद सुब्रमण्यन
अरविंद इस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आर्थिक मामलों के सलाहकार हैं। पीटरसन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनैशनल इकनॉमिक्स से वह अभी अवकाश पर हैं।
उम्र: 57 साल
एजुकेशन: इकनॉमिक्स और मैनेजमेंट में ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी से डिग्री।
– आरबीआई इमर्जेंसी फंड से सरकार द्वार चलाए जा रहे बैंकों को बचाने के पक्षधर
अरविंद पनगढ़िया
योजना आयोग को खत्म कर मोदी सरकार द्वारा बनाए गए नीति आयोग के वाइस चेयरमैन हैं।
उम्र: 63 साल
एजुकेशन: प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट और कोलंबिया यूनिवर्सिटी में प्रफेसर रहे हैं।
– ब्याज दर कम करने और पब्लिक स्पेन्डिंग के पक्षधर
कौशिक बसु
वर्ल्ड बैंक के चीफ इकनॉमिस्ट बसु भारत सरकार के आर्थिक सलाहकार भी रहे हैं।
उम्र: 64 साल
एजुकेशन: लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से डॉक्टरेट
– अपनी हालिया किताब में इकनॉमिक्स को मोरल सब्जेक्ट नहीं बताया था। इनका कहना है कि सरकार को भ्रष्टाचार कम करने के लिए रिश्वत लेने वाले को ही पकड़ना चाहिए, इससे देने वाले भ्रष्टाचार को उजागर करने में मदद करेंगे।
अशोक लाहिड़ी
एक कमर्शल बैंक के चेयरमैन रहे अशोक, भारत सरकार के आर्थिक सलाहकार भी रह चुके हैं।
उम्र: 65 साल
एजुकेशन: दिल्ली स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स से डॉक्टरेट
– अपने ट्वीटर में पीएम के रिफॉर्म्स पर अपना विश्वास जताया है। सरकारी बैंकों में सरकार का स्टेक कम करने के पक्षधर।
के. वी. कामत
ब्रिक्स बैंक के पहले प्रेजिडेंट कामत भारत की टॉप सॉफ्टवेयर कंपनियों और प्राइवेट बैंक में काम कर चुके हैं।
उम्र: 68 साल
एजुकेशन: इंजिनियरिंग और मैनेजमेंट की पढ़ाई की है।
– इनका कहना है कि बैड लोन की समस्या को बढ़ा चढ़ाकर बताया जा रहा है यह जीडीपी का 10 प्रतिशत भी नहीं है
हालांकि, कुछ लोगों का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी आरबीआई गवर्नर पद के लिए किसी नए नाम पर भी मुहर लगा सकते हैं।
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