कोलाचल मंे प्रमुख बंदरगाह के निर्माण को सरकार की हरी झंडी
|पोत परिवहन मंत्री गडकरी ने यहां मीडिया से कहा, इनायम वैश्विक पूर्व-पश्चिम अंतरराष्ट्रीय व्यापार मार्ग है। रणनीतिक मार्ग में आने के बावजूद भारत में कोई पोतांतरण :टं्रासशिपमेंट: बंदरगाह नहीं है। मंत्रिमंडल की मंजूरी के बाद यहां बनने वाला बंदरगाह पोतांतरण का केंद्र बन जाएगा।
इस पर काम अगले साल शुरू होगा।
इस अवसर पर पोत परिवहन राज्यमंत्री पोन राधाकृष्णन भी मौजूद थे।
इससे पहले दिन में संचार एवं आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने मीडिया से बातचीत में कहा, मंत्रिमंडल ने तमिलनाडु के इनायम मंे कोलाचल के पास एक प्रमुख बंदरगाह के निर्माण की अनुमति दे दी है।
सरकार ने कहा है कि इस बंदरगाह के विकास के लिए एक विशेष इकाई :एसपीवी: बनाई जाएगी, जो माल के लिए कंटेनर बंदरगाह को प्रमुख गेटवे के रूप मंे काम करेगी।
एक अधिकारी ने पीटीआई भाषा से कहा, इनायम मंे बड़ा बंदरगाह न केवल भारतीय सामान के लिए प्रमुख गेटवे कंटेनर बंदरगाह के रूप मंे काम करेगा, बल्कि यह वैश्विक पूर्वी-पश्चिमी व्यापार मार्ग के लिए पोतांतरण हब के रूप मंे भी काम करेगा।
अधिकारी ने कहा कि परियोजना की कुल लागत 25,000 करोड़ रपये होगी। इसमें चरण एक भी शामिल है जिसका क्रियान्वयन 6,575 करोड़ रपये की लागत से किया जाएगा। अधिकारी ने कहा कि पहले चरण मंे टर्मिनल बर्थ, यार्ड तथा उपकरणांे पर निजी आपरेटर 2,500 करोड़ रपये का निवेश करंेगे। यह परियोजना काफी समय से लंबित थी।
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