‘विरोध करने वालों का और बुरा हाल होगा’
|दिल्ली सरकार ने विधानसभा में पेश किए जाने वाले अपने बिलों का विरोध करने वाले बीजेपी व कांग्रेस नेताओं के व्यवहार का कड़ा जवाब दिया है। सरकार का कहना है कि विरोध करने वाली पार्टी का विधानसभा चुनाव में बुरा हाल हुआ है और उनके लिए आगे भी संकट है। सरकार का कहना है कि बिलों को लाने को लेकर वह पूरे तौर पर संवैधानिक प्रक्रियाओं का पालन कर रही है।
दिल्ली विधानसभा में कल पत्रकारों से बातचीत के दौरान परिवहन मंत्री गोपाल राय ने बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के इन आरोपों को पूरी तरह नकार दिया कि सरकार जो बिल विधानसभा में पेश करने जा रही है, उसके लिए नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। उनका कहना था कि सरकार ने विधि विभाग व विधानसभा सचिवालय से विचार-विमर्श करने के बाद ही इन बिलों को सदन में पेश करने का निर्णय लिया है। उनका कहना था दिल्ली सरकार के पिछले शासनकाल में भी सरकार ने सीधे ही सदन में जनलोकपाल बिल पेश किया था, उस वक्त विपक्षी नेताओं ने उसका कोई विरोध नहीं किया था, अब अचानक उन्हें इस मसले में सरकार की गलती नजर आने लगी है। गोपाल राय के अनुसार सरकार नियमों से चलती है और हम उन्हीं नियमों का गंभीरता से पालन कर रहे हैं।
इस मसले पर दिल्ली सरकार के प्रवक्ता नागेंद्र शर्मा ने तो विपक्षी नेताओं के व्यवहार पर कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने बीजेपी व कांग्रेस नेताओं को ताकीद की है कि जनलोकपाल व अन्य बिलों के प्रोसेस सिस्टम को सरकार पर छोड़ दें, वरना भविष्य में उनका और बुरा हाल होने वाला है। उन्होंने कहा विधानसभा चुनाव में इस बार बीजेपी के विधायक 32 से सिमटकर 3 पर आ गए और कांग्रेस कांग्रेस आठ से सिमटकर जीरो पर आ गई। अगर सरकार को लेकर विपक्ष का यही व्यवहार रहा तो उनके लिए दिल्ली में संकट और बढ़ सकता है।
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