धरना दे रहे पूर्व सैनिकों के बीच पहुंचे केजरी
|दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल शुक्रवार को जंतर मंतर पर वन रैंक वन पेंशन की मांग को लेकर धरना दे रहे पूर्व सैनिकों को अपना समर्थन देने पहुंचे। केजरीवाल ने केंद्र सरकार से ओआरओपी की सही परिभाषित तरीके से, जैसा पूर्व सैनिक चाहते हैं, उसी रूप में लागू करने की मांग की। उन्होंने ओआरओपी पर केंद्र सरकार के नोटिफिकेशन को खारिज कर दिया।
पूर्व सैनिकों ने शुक्रवार को केजरीवाल के साथ माइक शेयर नहीं किया। सैनिकों ने केजरीवाल को अपनी ओआरओपी की सभी मांगों को विस्तार से बताया और उनसे कहा कि वह किसी भी राजनेता के साथ ओआरओपी के मंच से माइक शेयर नहीं करते हैं। केजरीवाल ने भी पूर्व सैनिकों का सम्मान करते हुए माइक पर अपनी बात नहीं कही। कुछ देर तक पूर्व सैनिकों की बातें सुनने के बाद वह स्टेज पर धरना दे रहे पूर्व सैनिकों से मिले। जिसके बाद उन्हें मीडिया से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की अधिसूचना एक मजाक है, क्योंकि यह इसकी मूल भावना के मुताबिक नहीं है।
पूर्व सैनिकों को धोखा ना दें। ओआरओपी को उसकी परिभाषा के मुताबिक लागू करें। ये लोग भीख नहीं अपने अधिकार मांग रहे हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि देश के सैनिक अपने अधिकारों की लड़ाई सड़कों पर लड़ रहे हैं। केजरीवाल ने ट्वीट भी किया कि पूर्व सैनिकों की मांग जायज है। केंद्र सरकार उनके साथ अन्याय कर रही है। उनकी मांगें जल्द माननी चाहिए।
केजरीवाल के साथ आप विधायक अलका लांबा, कमांडो सुरेंदर सिंह, देवेंद्र सहरावत और पार्टी के प्रवक्ता राघव चड्डा भी मौजूद थे। केजरीवाल के पहुंचने के चंद ही मिनटों बाद कुछ संगठन के लोग उनका और पूर्व सैनिकों का विरोध करने के लिए ओआरओपी के मंच के पास पहुंचे थे। उन्होंने विरोधी नारों के साथ हाथों में झंडा लेकर प्रदर्शन किया।
इस आंदोलन का संचालन कर रहे जनरल (रिटायर) सतबीर सिंह ने शुक्रवार को ओआरओपी का नया नारा भी दिया। उन्होंने कहा कि पूर्व सैनिकों को वन रैंक हाई पेंशन चाहिए। साथ ही कई राज्यों से पूर्व सैनिकों ने विरोध जताते हुए 22 हजार मेडल सरकार को लौटा दिए हैं। साथ ही आने वाले दिनों में देशभर के हर जिले में पूर्व सैनिक डिप्टी कमिश्नर को अपने मेडल सौंपेंगे।
साथ ही एक मिस कॉल नंबर भी पूर्व सैनिकों ने जारी किया है, जिसमें अब तक करीब 33 लाख लोगों का समर्थन उन्हें मिला है। यह आंकड़ा जब 2 करोड़ तक पहुंचेगा तो इसे लेकर पीएम नरेंद्र मोदी के पास पूर्व सैनिक जाएंगे। वहीं जंतर मंतर से केजरीवाल के जाने के बाद पूर्व सैनिकों ने कई पर्चे भी उड़ाए। इस पर्चे में लिखा था कि ‘प्रधानमंत्री, ओआरओपी के लिए अभी पूर्व सैनिक इंतजार कर रहे हैं, कई वायदे किए गए, अब इसे लागू करें’।
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