चयन में क्षेत्रीय पक्षपात को लेकर रो पड़ीं मेरी कॉम
| 2012 लंदन ओलिंपिक में कांस्य पदक विजेता एम सी मेरी कॉम गुरुवार को रो पड़ीं। उन्होंने भारतीय चयनकर्ताओं पर मुक्केबाजी चयन और ट्रायल्स में क्षेत्रीय आधार पर पक्षपात करने का आरोप लगाया। मेरी कॉम ने यहां पत्रकारों से कहा, ‘कई बार मैं बहुत परेशान हो जाती हूं। कुछ रेफरी और जज मेरा पक्ष नहीं लेते लेकिन मैं परवाह नहीं करती। मैं पूर्वोत्तर से हूं कोई समस्या नहीं लेकिन मैं तब भी एक भारतीय हूं।’ इस 32 वर्षीय मुक्केबाज ने आरोप लगाया कि उन्हीं के भार वर्ग में लड़ने वाली हरियाणा की पिंकी जांगड़ा का चयनकर्ता लगातार पक्ष लेते रहे हैं जबकि मणिपुर की रहने वाली पांच बार की विश्व चैंपियन उसे हरा चुकी है। उन्होंने कहा, ‘कई विवाद हैं. पिंकी जांगड़ा को मैंने हमेशा हराया और प्रत्येक प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतकर साबित किया लेकिन मुक्केबाजी चयनकर्ता अब भी उसका पक्ष ले रहे हैं।’ #BREAKING 2012 Olympics bronze medallist MC Mary Kom breaks down, alleges bias against her during selection trials https://t.co/5d58XF4VLO — TIMES NOW (@TimesNow) September 24, 2015 मेरी कॉम ने कहा कि अब भी खुद को साबित करने के लिये तैयार है। उन्होंने कहा, ‘मैं रिंग में खुद को साबित करने के लिये तैयार हूं।’ लंदन ओलिंपिक की पदक विजेता मेरीकॉम को 2014 में राष्ट्रमंडल खेलों के भारतीय दल में नहीं चुना गया और उनकी जगह जांगड़ा को टीम में रखा गया। पिंकी ने राष्ट्रमंडल खेलों से पहले 51 किग्रा भार वर्ग के ट्रायल्स में मेरी को हराया था लेकिन मणिपुरी मुक्केबाज ने दावा किया कि जजों ने गलत फैसला दिया था।
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