5 FACTS: इन वजहों से देखें \’डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी\’

(दिबाकर बनर्जी, सुशांत सिंह राजपूत)   मुंबई: सुशांत सिंह राजपूत स्टारर सस्पेंस ड्रामा फिल्म 'डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी' सिनेमाघरों में रिलीज हो गई है। फिल्म के डायरेक्टर दिबाकर बनर्जी हैं। लगभग ढाई घंटे की इस फिल्म में डिटेक्टिव बनें सुशांत मर्डर मिस्ट्री सॉल्व करते नजर आए हैं। एक नजर डालते हैं फिल्म की पांच खूबियों पर।   दिबाकर की नई पेशकश 'खोसला का घोसला' से लेकर 'शंघाई' तक डायरेक्टर दिबाकर बनर्जी ने हर फिल्म में दर्शकों को कुछ नया परोसा है। हर फिल्म एक दूसरे से अलग और जुदा रही है। इस बार उन्होंने बंगाली लेखक शरदेन्दु बंद्योपाध्याय की कहानियों के काल्पनिक किरदार ब्योमकेश बख्शी को पर्दे पर जीवंत करने की कोशिश की है। इस काल्पनिक किरदार के साथ उन्होंने सिल्वर स्क्रीन पर 1940 के दशक को दिखाया है, जो काबिले तारीफ है।   स्लाइड्स में क्लिक कर पढ़ें, 'डिटेक्टिव ब्योमकेश बख्शी' से जुड़ी दिलचस्प बातें…

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