5 बॉलीवुड सॉन्ग्स, जो दिखाते हैं दिवाली के अलग-अलग रूप
|मुंबई. दिवाली पर या उसके आसपास हर साल कोई न कोई फिल्म रिलीज होती है। हालांकि, ज्यादातर फिल्मों में इससे रिलेटेड कंटेंट गायब रहता है। हां, कुछ ऐसी फिल्में जरूर हैं, जो भले ही दिवाली पर रिलीज न हुई हों, लेकिन उनमें फिल्माए गए सॉन्ग्स ने दर्शकों के दिल पर गहरी छाप छोड़ी है। dainikbhaskar.com आपको बता रहा है ऐसे ही 5 सॉन्ग्स के बारे में, जो दिवाली के अलग-अलग रूपों को दिखाते हैं। डालते हैं एक नजर : 1. शहीद के परिवार की दिवाली 1964 में एक फिल्म रिलीज हुई थी 'हकीकत'। इस फिल्म में दिवाली पर बहुत ही दर्द भरा सॉन्ग फिल्माया गया है, जिसके बोल हैं 'आई अब के साल दिवाली, मुंह पर अपने खून मलें।' सॉन्ग को ध्यान से सुने तो इसके पहले अंतरे से ही गरीबी और बेबसी का आभास हो जाता है। इसमें कहा गया है, 'बालक तरसे फुलझड़ियों को, दीपों को दीवारें'। दरअसल, यह सॉन्ग लद्दाख में चीन के बॉर्डर पर शहीद हुए एक देशभक्त के परिवार पर फिल्माया गया है। देशभक्ति की थीम पर बेस्ड इस फिल्म को साल 1965 में सेकंड बेस्ट फीचर फिल्म का अवॉर्ड दिया गया था। 2. बच्चों के साथ खूबसूरत दिवाली 1973 में रिलीज हुई…