385 परिंदों को घायल कर गया ‘हत्यारा’ मांझा
|राजधानी के बाशिंदे ही नहीं, परिंदों पर भी तेज मांझे का कहर टूटा है। कई परिंदे घायल हुए और कई की जान चली गई। घायल परिंदों की तादाद पिछले साल के मुकाबले क्रास करने को बेताब है।
चांदनी चौक स्थित जैन धर्मार्थ पक्षी अस्पताल में लोग चोटिल परिंदों का ईलाज कराने पहुंचे। पुलिस भी परिंदों की मदद में जी-जान से जुटी रही। अस्पताल के मुताबिक आज सुबह 11 बजे तक 385 घायल परिंदे ईलाज के लिए पहुंच चुके हैं। इनमें से 15 अगस्त की रात तक 285 परिंदे पहुंचे थे। घायलों में कबूतर, चील, मोर, कौव्वे, चिड़िया, तोते शामिल हैं। अस्पताल के डॉक्टर घायल परिंदों का ईलाज कर रहे हैं। इसके बावजूद कुछ परिंदे दम तोड़ चुके हैं। कुछ की हालत इस वक्त बेहद खराब है।
अस्पताल के संचालकों का कहना है कि पिछले साल 16 अगस्त तक घायल परिंदों की तादाद 450 करीब थी, जिस हिसाब से इस वक्त यहां परिंदे पहुंच रहे हैं, उससे लगता है कि इस साल घायल परिंदों की तादाद 500 क्रॉस कर जाएगी।
‘तेज मांझा परिंदों की जान ले रहा है। ऊपर से चीनी मांझा तो बेहद खतरनाक होता जा रहा है। सरकार को इस पर जल्द से जल्द रोक लगानी चाहिए। वरना इसी तरह परिंदे दम तोड़ते रहेंगे। ‘
सुनील जैन, मैनेजर, जैन धर्मार्थ, पक्षी अस्पताल
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।