23 साल बाद पहली बार भारत की धरती पर पांव रखेगा यह शख्स
|सऊदी अरब में 23 साल से गैरकानूनी तौर पर रह रहे एक 52 वर्षीय भारतीय शख्स जल्द ही स्वदेश लौटेगा। स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार तमिलनाडु का रहने वाला गना प्रकाशम राजामरियन ने 90 दिन की आम माफी पूरी कर ली है और वह जल्द भी भारत लौटेगा। राजमरियन अगस्त 1994 में सऊदी अरब के एक सुदूर इलाके हेल प्रांत में किसान का काम करने आया था। तब से लेकर आजतक वह भारत नहीं आ पाया था। वह तमिलनाडु के कन्याकुमारी का रहने वाला है।
राजमरियन को उसके पहले मालिक ने शुरू के छह महीने उसे केवल 100 सऊदी रियाल हर महीने बतौर मजदूरी दिया करता था। इसके बाद उसे किसी दूसरे मालिक के पास भेज दिया गया। इसके कुछ महीने बाद ही उसे तीसरे मालिक के पास ट्रांसफर कर दिया गया।
समाचार पत्र ‘सऊदी गजट’ ने बताया कि राजामरियन ने इस तरह 23 साल सऊदी अरब में गुजार दिए। इस दौरान वह एक बार भी भारत नहीं जा सका। अखबार ने राजामरियन के हवाले से लिखा है, ‘मुझे नहीं मालूम कि तीन नियोक्ताओं में कौन मेरा प्रायोजक था। इन सबसे बड़ी बात यह रही कि मुझे किसी ने पूरा वेतन नहीं दिया। इसके बाद मैंने भगोड़ा होने का फैसला किया और यहां गैरकानूनी तरीके से रहा।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने आधी जिंदगी यहीं गुजार दी। जब मैंने भारत छोड़ा था, तो मेरी चार लड़कियां जवान थीं। अब जबकि मैं भारत लौटूंगा तो मेरे पोते-पोती भी उसी उम्र के होंगे।’
राजामरियन ने बताया कि उसने चार में तीन लड़कियों की शादी सऊदी में की गई कमाई से किया था। उन्होंने बताया कि उनके पास न तो अपना घर है, न आधार कार्ड और न ही वोटर कार्ड। क्योंकि ये सब उसके देश छोड़ने के बाद लागू किया गया था।
उन्होंने बताया कि उसने पत्नी को उसके अस्पताल में भर्ती होने के पहले आखिरी बार 2015 में फोन किया था। इसके बाद वह कभी पत्नी से बात नहीं कर सका क्योंकि वह बोल नहीं सकती थी और एक साल बाद वह मर गई। राजामरियन ने भारत वापसी के लिए सभी कागजी कार्रवाई पूरी कर ली है। उनकी भारत वापसी में हेल स्थित एक सामाजिक कार्यकर्ता सर्फुद्दीन थायिल ने काफी मदद की है। जल्द ही वह सऊदी अरब से भारत लौटेंगे। गौरतलब है कि हजारों भारतीय कामगार गैरकानूनी तौर से सऊदी अरब में रहते हैं। ऐसे लोगों में तमिलनाडु के लोगों की संख्या काफी है।
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