2025 में भारत में होगी दुनिया की 20% वर्कफोर्स, पर जॉब?
| भारत दुनिया के उन देशों में शुमार है जहां अनुकूल ढांचागत विकास तो संभव है, लेकिन इसकी सबसे बडी चुनौती पर्याप्त कुशल श्रमबल तैयार करना और रोजगार सृजन करना है। इसी से भारत की उच्च वृद्धि के सतत चक्र को बढ़ावा मिलेगा। ऐसा मक्वारी रिपोर्ट में कहा गया है। ग्लोबल फाइनैंशल सर्विसेज कंपनी मक्वारी के मुताबिक, 2025 तक भारत की वर्कफोर्स में करीब 10 करोड़ लोग जुड़ेंगे और यह विश्व की कामकाजी आबादी का 20 प्रतिशत होगी। इसी दौरान उत्तरी अमेरिका में महज 1.4 करोड़ लोग जुड़ेंगे जबकि चीन में 2.9 करोड़ लोग इस दायरे से बाहर निकल जाएंगे। मक्वारी रिपोर्ट में कहा गया है, ‘कम मांग के दौर में भारत में मजबूत वृद्धि की संभावना है।’ हालांकि, इसमें यह आगाह भी किया गया है कि भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती पर्याप्त रूप से कौशल प्राप्त वर्कफोर्स तैयार करना, उत्पादन बढ़ाना और रोजगार के मौके प्रदान करना है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि शिक्षा, उत्पादकता और रोजगार भारत के भविष्य के तीन जरूरी स्तंभ होंगे। इसमें एनडीए सरकार की भी तारीफ की गई। इसमें कहा गया कि स्किल इंडिया, स्मार्ट सिटी और इंडस्ट्रियल ग्रोथ जैसी योजनाओं के साथ भारत सरकार सही रास्ते पर चल रही है। रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि 2025 तक भारत का तेजी से शहरीकरण होगा, क्योंकि ज्यादातर लोग मैन्युफैक्चरिंग और सर्विस सेक्टर में काम कर रहे होंगे। इसके अलावा, भारत की शहरी आबादी भी अभी 41 करोड़ से बढ़कर 2025 में करीब 51 करोड़ हो जाएगी। यानी यह भारत की कुल आबादी का 36 फीसदी होगी।
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