हो जाएं तैयार! ब्रिटानिया, अमूल, डाबर के उत्पाद होंगे और महंगे
|इस गर्मी में अब जरूरी चीजों की बढ़ी कीमतें आपके पसीने छुड़ा सकती हैं। आने वाले कुछ दिनों में साबुन, आइसक्रीम और बिस्कुट की कीमतें बढ़ सकती हैं। रोजाना इस्तेमाल होने वाली चीजों की कीमतें बढ़ाने का फैसला देश की प्रमुख कंपनियों ने लिया है। इसके पीछे लागत मूल्य अधिक होने का तर्क दिया जा रहा है।
ब्रिटानिया (BSE -0.24 %), अमूल, डाबर (BSE -0.09 %) और पारले जैसी बड़ी कंपनियां ने अपने उत्पादों के दाम बढ़ाने, पैकेट प्रॉडक्ट की मात्रा घटाने का फैसला लिया है। मिल्क पाउडर, शुगर, पाम ऑयल की कीमतों में पिछले एक साल में 80 से 90 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। इसके साथ ही वैश्विक स्तर पर कच्चे माल की कीमतों में इजाफा भी दाम बढ़ने के कारण हैं।
नोटबंदी के कारण आई मंदी से कंज्यूमर गुड्स इंडस्ट्री की मांग में आई कमी से अभी तक पूरी तरह से उबर नहीं पाई है, मूल्य वृद्धि की एक वजह यह भी है। बिस्कुट कंपनी ब्रिटानिया का कहना है कि बिस्कुट के दाम 7 फीसदी बढ़ाए जा सकते हैं। दूसरी तरफ, देश की तीसरी सबसे बड़ी साबुन ब्रैंड संतूर के उत्पादक विप्रो कंज्यूमर केयर का कहना है कि उनके उत्पादों की कीमत भी पांच फीसदी तक बढ़ सकती है।
देश की सबसे बड़ी आइसक्रीम निर्माता कंपनी ने इस बारे में कहा, ‘दो साल बाद दामों में 5 से 8 फीसदी तक की वृद्धि की जा रही है। चीनी और दूध से बने उत्पादों के महंगे होने की वजह से यह बढ़ोतरी करनी पड़ रही है।’ दूसरी तरफ पारले और डाबर जैसी कंपनियों की योजना उत्पादों की मात्रा कम करने, प्रमोशन में कटौती कर रही हैं। ‘गुड डे’ के मैनेजिंग डायरेक्टर वरुण बेरी का कहना है, ‘महंगाई की मार से तालमेल बिठाने की कोशिश कर रहे हैं। 6 से 7 फीसदी तक प्रॉडक्ट महंगे हो सकते हैं।’
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