हेमा के बंगले से 5 मिनट की दूरी पर है धर्मेंद्र का घर, लेकिन वे शादी के बाद कभी वहां नहीं गईं, बेटी को पहुंचने में 34 साल लगे थे
|हेमा मालिनी 72 साल की हो गई हैं। वे 16 अक्टूबर 1948 अम्मंकुदी तमिलनाडु में पैदा हुई थीं। हेमा ने धर्मेंद्र से दूसरी शादी की थी, लेकिन शादी के बाद हेमा कभी धर्मेंद्र के घर नहीं गईं। उनकी ओर से धर्मेंद्र के घर जाने वाली इकलौती मेंबर उनकी बेटी ईशा हैं, जो अपने जन्म के 34 साल बाद वहां जा पाई थीं। इस बात का जिक्र राम कमल मुखर्जी की बुक 'हेमा मालिनी : बेयॉन्ड द ड्रीम गर्ल' में किया गया है।
बीमार चाचा को देखने धर्मेंद्र के घर गई थीं ईशा
बात तब की है, जब धर्मेंद्र के भाई और अभय देओल के पिता अजीत सिंह देओल बहुत ज्यादा बीमार थे। वो बिस्तर पर थे और ईशा अपने चाचा को देखना चाहती थीं। बुक में ईशा के हवाले से लिखा है- मैं चाचा से मिलना चाहती थी और अपनी तरफ से सम्मान देना चाहती थी। वो मुझे और अहाना को बहुत चाहते थे और हम भी अभय के बेहद क्लोज थे।"
ईशा ने आगे कहा, "हमारे पास उनके घर जाने के अलावा कोई रास्ता नहीं था। वो अस्पताल में भी नहीं थे कि हम उनसे वहां मिलकर आ जाते। इसलिए मैंने सनी (देओल) भैया को फोन किया और उन्होंने उनसे मिलने की पूरी व्यवस्था करा दी थी।"
हेमा का बंगला धर्मेंद्र के घर से 5 मिनट की दूरी पर
बुक में यह भी लिखा है कि हेमा का बंगला आदित्य धर्मेंद्र के 11th रोड हाउस से 5 मिनट की दूरी पर है। लेकिन उनकी बेटी ईशा को वहां तक पहुंचने में करीब 34 साल लग गए। ईशा का जन्म 1981 में हुआ था और वो अपने पापा के घर 2015 में गई थीं।
हेमा क्यों कभी धर्मेंद्र के पुश्तैनी घर नहीं गईं
राम कमल मुखर्जी की बुक के मुताबिक, शादी से पहले हेमा, धर्मेंद्र की पहली पत्नी प्रकाश कौर से कई बार समारोहों में मिली थीं। लेकिन शादी के बाद दोनों के रास्ते अलग हो गए। बकौल हेमा- मैं किसी को डिस्टर्ब नहीं करना चाहती थी। धरम जी ने मेरे और मेरी बेटियों के लिए लिए जो किया, मैं उसमें खुश हूं। उन्होंने एक पिता की भूमिका बखूबी निभाई।
आज मैं काम करती हूं और अपनी डिग्निटी को मेंटेन करने में सक्षम हूं। क्योंकि मैंने अपनी जिंदगी को आर्ट और कल्चर से जोड़ लिया है। मुझे लगता है कि अगर सिचुएशन इससे थोड़ी भी अलग होती तो मैं आज वहां न होती, जहां हूं।
हेमा ने कहा था- मैं प्रकाश का बहुत सम्मान करती हूं
हेमा ने एक इंटरव्यू में कहा था- भले ही मैं कभी प्रकाश के बारे में बात नहीं करती, लेकिन मैं उनका बहुत सम्मान करती हूं। मेरी बेटियां भी धरम जी की फैमिली का पूरा सम्मान करती हैं। दुनिया मेरी लाइफ के बारे में विस्तार से जानना चाहती है। लेकिन यह दूसरों को बताने के लिए नहीं है। इससे किसी को मतलब नहीं होना चाहिए।
हेमा के भाई के घर से हुई थी उनकी और धर्मेंद्र की शादी
हेमा की शादी उनके भाई के घर से हुई थी। यह तमिल वेडिंग थी। कहा जाता है कि धर्मेंद्र और हेमा दोनों ही इसी तरह से शादी करना चाहते थे। 'हेमा मालिनी: बेयॉन्ड द ड्रीम गर्ल' के मुताबिक, धर्मेंद्र के पिता केवल कृष्ण सिंह देओल, हेमा और उनकी फैमिली को बहुत पसंद करते थे।
हेमा ने बुक में बताया है- केवल कृष्ण सिंह देओल अक्सर चाय पर पिता और भाई से मिला करते थे। इस दौरान वे पंजे भी लड़ाया करते थे और उन्हें (हेमा के पिता और भाई को) हराने के बाद मजाक करते हुए कहते थे, तुम लोग घी मक्खन लस्सी खाओ। इडली और सांभर से ताकत नहीं आती। इसके बाद वे खूब हंसते थे।
धर्मेंद्र की मां ने दिया था खुश रहने का आशीर्वाद
हेमा की बुक में धर्मेंद्र की मां सतवंत कौर के साथ उनके रिश्ते का जिक्र भी किया गया है। हेमा के मुताबिक- धरम जी की मां सतवंत कौर बहुत ही अच्छी महिला थीं। मुझे याद है कि एक बार वे मुझसे मिलने जुहू के एक डबिंग स्टूडियो में आई थीं। उस वक्त मैंने ईशा को कंसीव किया था। उन्होंने घर में किसी को नहीं बताया था। मैंने उनके पैर छुए और उन्होंने कहा- बेटा खुश रहो हमेशा। मुझे यह देखकर बहुत खुशी हुई थी।