हाई कोर्ट के ई-कोर्ट सिस्टम का राजदार बनेगा ‘साक्षी’ सॉफ्टवेयर
|हरदोई की डीएम शुभ्रा सक्सेना के समन सूचना प्रबंधन सिस्टम ‘साक्षी’ को अपनाने में हाई कोर्ट ने भी रूचि दिखाई है। हाई कोर्ट की कमिटी ऑन आईटी के सामने शनिवार को इस प्रबंधन सिस्टम का प्रजेंटेशन किया गया। प्रजेंटेशन से प्रभावित कमिटी ने इसे अपनाने पर सिद्धांत रूप से मंजूरी दे दी है। अब इसे कोर्ट के आईटी सिस्टम से जोड़ने के तौर-तरीकों पर विचार किया जाएगा। प्रदेश के चार जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में इसे लागू करने पर पहले ही तैयारी चल रही है।
जस्टिस दिलीप गुप्ता की अध्यक्षता वाली कमिटी ऑन आईटी के सामने ‘साक्षी’ के प्रजेंटेशन के बाद शुभ्रा ने बताया कि, कमिटी ने इसे ई-कोर्ट सिस्टम का अंग बनाने में रूचि दिखायी है। अब इसे ई-कोर्ट सिस्टम का अंग कैसे बनाया जाएगा, इस पर कमिटी अन्य वरिष्ठ अधिकारियों और एनआईसी से चर्चा करेगी।
क्या है साक्षी
शुभ्रा सक्सेना द्वारा तैयार साक्षी सॉफ्टवेयर क्रिमिनल केसों के निस्तारण में हो रही देरी को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इस सॉफ्टवेयर में समन, पुलिसकर्मियों की पूरी डिटेल के साथ अपराध संख्या, थाना, कोर्ट का नाम, वाद संख्या नियत तारीख, धारा, वादी के नाम व गवाह की तैनाती की जानकारी भी दर्ज की जाती है। इस सॉफ्टवेयर के जरिए केसों के विवरण, कई बार भेजने वाले समन (डिफॉल्टर श्रेणी के), विवेचक और डॉक्टर के स्तर पर डिफॉल्टर समन की अलग-अलग समीक्षा की जा सकती है।
समन की डीटेल्स सॉफ्टवेयर में फीड करते ही गवाह, उसके एसओ और एसएसपी के मोबाइल नंबर पर एसएमएस और ई-मेल के जरिए जानकारी पहुंच जाती है। यह जानकारी उस थाने के एसओ और एसएसपी के पास भी पहुंचती है, जहां अपराध हुआ है। इससे संबंधित हर व्यक्ति को उसी दिन एकसाथ जानकारी मिल जाती है, जिस दिन समन जारी होता है। इस सॉफ्टवेयर के जरिए मुकदमों की समीक्षा भी आसान हो जाती है।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।