सुशांत के विसरा के बचे हुए 20% हिस्से के जरिए सीबीआई को मिलेगा सुराग, इसके 80% हिस्से का इस्तेमाल मुंबई पुलिस कर चुकी है
|सुशांत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेन्सिक जांच रिपोर्ट सीबीआई के पास आ चुकी है। इसके बाद टीम से जुड़े फॉरेन्सिक एक्सपर्ट अब सुशांत के बचे हुए विसरा से सच का पता लगाने की कोशिश करेगी। फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के सूत्रों ने खुलासा किया कि सुशांत के डीएनए, उनके खून और अन्य अंगों से लिए गए नमूनों में से करीब 80 फीसदी का इस्तेमाल मुंबई पुलिस कर चुकी है। सीबीआई यह काम बाकी बचे हुए 20 प्रतिशत विसरा से करेगी।
फंदा लगाने की तीन थ्योरीज से करनी होगी जांच
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट के मुताबिक, एसआईटी को सुशांत की मौत की जांच तीन थ्योरीज के आधार पर करनी होगी। इनमें मुंबई पुलिस की रिपोर्ट्स के आधार पर बताई गई कुर्ते/गाउन से फंदा लगाने की बात भी शामिल है। सोशल मीडिया पर वायरल फोटोज और वीडियो आधार पर यह कहा जा रहा है कि उनके कमरे में बाथरोब बेल्ट भी थी। उधर, सुशांत के एक्स रूममेट अंकित आचार्य का दावा था कि सुशांत को उनके डॉग फज की बेल्ट से गला घोंट कर मारा गया।
पीएम रिपोर्ट में शामिल थे ये सारे फैक्ट्स
- सुशांत की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट कुल 7 पन्नों की है। इस रिपोर्ट के आधार पर एक्सपर्ट का कहना है कि उनके गले पर फंदे का निशान बना हुआ है। गर्दन के पीछे यह निशान नहीं था जबकि गर्दन की दाहिनी तरफ यह निशान ज्यादा गहरा था।
- सुशांत की पीएम रिपोर्ट में गर्दन की मोटाई 49.5 सेंटीमीटर दर्ज की गई है। लेकिन, उसी गर्दन पर बने फांसी के फंदे के निशान यानी लिगेचर मार्क्स की लेंथ 33 सेंटीमीटर लिखी गई है।
- चौंकाने वाली बात यह है कि सुशांत की गर्दन का आकार और फंदे की वजह से गर्दन पर बने निशान का आकार अलग-अलग है। इन दोनों के आकार में करीब 16.5 सेंटीमीटर का अंतर है।
टीम के पास बाकी बचे ये सुबूत भी हैं
विसरा के सैम्पल्स के अलावा कलिना लैब ने टीम को सुशांत के कमरे से मिली दवाओं और सिगरेट बड्स भी सौंप दी हैं। गौरतलब है कि सीबीआई टीम 22 अगस्त को सुशांत की मौत मामले से जुड़े बाकी सुबूतों को लेने के लिए मुंबई के कूपर अस्पताल पहुंची थी। जहां पोस्टमार्टम किया गया था। फॉरेंसिक एक्सपर्ट्स को विसरा या पोस्टमार्टम रिपोर्ट में किसी गड़बड़ी की आशंका थी, जिसके बाद सीबीआई ने टेस्ट के लिए बाकी बचे सभी सुबूतों को मंगाया है।