सिंदूर खेला के साथ दुर्गा मां को विदाई

वरिष्ठ संवाददाता, नोएडा

नवरात्र के बाद शुक्रवार को पूरे शहर में दुर्गा पूजा समितियों ने मां की प्रतिमा का विसर्जन किया। सेक्टर-26 कालीबाड़ी मंदिर, सेक्टर-31 सी ब्लॉक पार्क, सेक्टर-71 पार्क समेत अन्य जगह पर बंगाली महिलाओं ने दुर्गा मां की विदाई से पहले उन्हें सिंदूर लगाने की परंपरा निभाई। इसके बाद एक-दूसरे को सिंदूर लगाकर और हवा में सिंदूर उड़ाकर मंगलगीत गाए गए। सबने दुर्गा मां से सदा सुहागन रहने का आशीर्वाद मांगा। सिंदूर खेला की इस परंपरा को देखकर लोगों को होली की याद आ गई।

क्यों होता है सिंदूर खेला : नवरात्र के दौरान पांच दिन तक देवी मां की पूजा की जाती है। इनके साथ लक्ष्मी, सरस्वती, कार्तिक और गणेश जी का भी पूजन होता है। ऐसा माना जाता है कि बेटी (देवी) अपने परिवार के संग मायके आई है और ससुराल जाते समय उसकी मांग भरी जाती है। साथ ही मिठाई और पान भी खिलाया जाता है। बंगाली समाज में सिंदूर खेला की परंपरा बरसों से चलती आ रही है।

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Navbharat Times