सास ने उठाई बच्चे की जिम्मेदारी ताकि बहू खेल सके हॉकी
|चार साल पहले जब तरुणा चौहान ने एक बेटे को जन्म दिया। उनकी शादी को अभी एक साल ही हुआ था। कभी हॉकी के मैदान पर फुर्ती से भागने वाली लड़की अब बच्चे की देखभाल में व्यस्त हो गई। मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की यह 24 वर्षीय छात्र अपने सपनों को भुलाने को तैयार थीं। लेकिन उसकी सास ने छोटे बच्चे की देखभाल का जिम्मा उठाया। तरुणा के पास अपने सपने पूरे करने का एक और मौका था। उसने एक बार फिर अपनी तय और स्टेमिना पाने की कवायद शुरू कर दी।
तरुणा, मेरठ में अपनी सास और बेटे के साथ रहती है। फिलहाल वह सीसीएस यूनिवर्सिटी की ओर से लखनऊ विश्वविद्याय में उत्तर क्षेत्र महिला हॉकी टूर्नमेंट में भाग ले रही है।
तरुणा बताती है, ‘मेरे पति सऊदी अरब में रहते हैं। तो अपने बेटे, तुषांत, की देखभाल का जिम्मा मुझ पर आ गया। अपनी शादी से पहले लगातार पांच साल तक मैंने हॉकी खेली। बच्चे के बाद, यह सब छूट गया। अपनी सास की वजह से मुझे सुबह और शाम प्रैक्टिस करने का मौका मिला। मेरे पति ने भी मेरा हौसला बढ़ाने में मदद की।’
तरुणा का कहना है कि उसकी सास ने न केवल उसे अपने जुनून को पूरा करने में मदद की। बल्कि उसे अपनी पढ़ाई को पूरा करने में भी सहयोग किया।
तरुणा का कहना है, ‘उसकी सास स्वयं निरक्षर हैं। लेकिन वह जानती हैं कि मुझे खेलने के साथ-साथ अपनी पढ़ाई भी पूरी करनी है। ऐसे में उन्होंने मेरे बेटे की जिम्मेदारी लेने का फैसला किया। वह मुझे दोनों क्षेत्रों में कामयाब होते देखना चाहती हैं।’ तरुणा हालांकि अपनी सास का नाम नहीं साझा करना चाहतीं। सास ने बच्चे की देखभाल ताकि बहू खेल सके हॉकी
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