सरकार ने पूछे GeM को चमकाने के उपाय, इंडस्ट्री ने गिनाईं परेशानियां
|[ सुरभि अग्रवाल | नई दिल्ली ]
सभी सरकारी विभागों की ओर से की जाने वाली खरीदारी की प्रक्रिया को ऑनलाइन करने के लिए सालभर पहले शुरू किए गए गवर्नमेंट ई-मार्केटप्लेस (GeM) पोर्टल का सिस्टम दुरुस्त करने की जरूरत है। यह बात पिछले सप्ताह इससे जुड़े पक्षों की एक बैठक में कंपनियों ने कही।
कंपनियों के एग्जिक्यूटिव्स ने कहा था कि मुख्य मुद्दा यह है कि सरकार हार्डवेयर से लेकर सॉफ्टवेयर सर्विसेज तक के लिए खरीदारी के नियम लागू करने की कोशिश करती दिख रही है। छोटी और मझोली कंपनियों को भी पहले से ऐसा कोई अनुभव न होने के कारण पोर्टल पर लिस्ट होने में मुश्किल हो रही है। मौजूदा स्ट्रक्चर के मुताबिक, कंपनियों को रेट कॉन्ट्रैक्टस पर निर्भर रहना होता है, जो हो सकता है कि पांच साल तक पुराने हों। इस स्ट्रक्चर में ऐसे रेट्स पर भी डिस्काउंट की उम्मीद की जा रही है।
पिछले सप्ताह सरकार ने यह मीटिंग पोर्टल पर और ज्यादा सॉफ्टवेयर सर्विसेज लाने की रणनीति तैयार करने के मकसद से बुलाई थी। मीटिंग में GeM, नैस्कॉम के अलावा माइक्रोसॉफ्ट, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, एचपी और डेल जैसी कंपनियों के प्रतिनिधि शामिल हुए।
मीटिंग में मौजूद रहे नैस्कॉम के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांतो के रॉय ने कहा, ‘GeM के अभी शुरुआती दिन हैं। इतने बड़े पैमाने पर कोई भी बदलाव चुनौतीपूर्ण होता है।’ उन्होंने कहा कि हार्डवेयर प्रॉडक्ट्स को लिस्ट कराना अपेक्षाकृत आसान है क्योंकि उनके स्पेसिफिकेशंस स्पष्ट होते हैं। सॉफ्टवेयर प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज का मामला पेचीदा है क्योंकि इनके कैटेगराइजेशन या इनकी तुलना के लिए स्पष्ट स्पेसिफिकेशंस नहीं हैं।
कई सॉफ्टवेयर प्रॉडक्ट्स प्रोपराइटरी हैं और ठीक उनके जैसे दूसरे प्रॉडक्ट्स नहीं हैं। रॉय ने कहा, ‘मौजूदा रेट कॉन्ट्रैक्ट प्राइस पर 10% डिस्काउंट जैसी प्राइस तय करने वाली शर्तों का पालन करना हो सकता है कि सभी वेंडर्स के लिए संभव न हो, खासकर नए प्लेयर्स के लिए।’
नैस्कॉम को हालांकि भरोसा है कि मामले का हल जल्द निकल जाएगा क्योंकि GeM ने इंडस्ट्री के साथ बातचीत शुरू कर दी है।
GeM को अगसत 2016 में लॉन्च किया गया था। इस पोर्टल पर अभी 210,000 से ज्यादा प्रॉडक्ट्स और सर्विसेज लिस्ट हैं, जिनमें टैक्सियों से लेकर ऑफिस स्टेशनरी तक शामिल हैं। इस पर 14435 खरीदार संगठन और 37141 सेलर्स हैं। नैस्कॉम ने कहा कि इस पर 5500 लिस्टेड में से 27000 ही एक्टिव हार्डवेयर प्रॉडक्ट्स हैं और 6000 लिस्टेड सॉफ्टवेयर प्रॉडक्ट्स में से केवल 500 एक्टिव हैं।
GeM के एक टॉप ऑफिशियल ने ईटी को बताया कि मीटिंग का मकसद इस पोर्टल पर आईटी सर्विसेज की मौजूदगी बढ़ाने के तरीकों पर इंडस्ट्री की राय लेना था।
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