सरकारी कर्मचारियों के बढ़ने वाले वेतन पर बैंकों की नजर
|भारतीय स्टेट बैंक और इसके प्रतिद्वंद्वियों की नजर सरकारी और रक्षा क्षेत्र के कर्मचारियों पर टिक गई है। सातवें वेतन आयोग की सिफारिशों पर अमल के चलते अगस्त में इनके हाथ में बढ़ी हुई सैलरी आएगी। ऐसे में ये बैंक इस कोशिश में हैं कि कन्जयूमर गुड्स, कारों और घरों की खरीदारी पर इनसे जमकर खर्च कराया जाए। इस फाइनैंशल ईयर में इन कर्मचारियों की सैलरी में बढ़ोतरी 70 हजार करोड़ रुपये के आसपास होनी है। एसबीआई अपनी दो स्कीम्स में लोन रीपेमेंट के लिए उम्र की सीमा को पांच साल बढ़ाएगा। यह पहले कुछ सालों में कम दरों पर ब्याज वसूलेगा और ज्यादा किस्त चुकाने की सुविधा देगा।
एसबीआई के एमडी रजनीश कुमार ने बताया, ‘हम उन कर्जदारों की जरूरतों के हिसाब से एसबीआई प्रिविलेज लॉन्च करेंगे, जिन्हें वेतन आयोग से फायदा होगा।’ उन्होंने बताया, ‘इस नई स्कीम में कर्जदारों को 75 साल तक लोन चुकाने की इजाजत होगी। अभी 70 वर्ष की सीमा है। इसके अलावा अगर वे चेक-ऑफ फैसिलटी (या सीधे सैलरी से पेमेंट कटवाते हैं) के जरिए लोन चुकाएं तो ब्याज दर पांच बेसिस प्वाइंट्स कम कर दी जाएगी।’ बैंक ने रक्षाकर्मियों को ध्यान में रखते हुए एक अन्य प्रोग्राम एसबीआई शौर्य की योजना बनाई है।
शुक्रवार को सरकार ने कहा था कि सरकारी कर्मचारियों को अगस्त से बढ़ा हुआ वेतन मिलेगा और उसे साथ पहले सात महीनों का एरियर भी मिलेगा। पे कमीशन की सिफारिशों को पहली जनवरी से लागू किया गया है। फाइनैंशल ईयर 2017 में इससे सरकार को 1.02 करोड़ रुपये देने होते, लेकिन लगभग 30,000 करोड़ रुपये के भत्तों को अभी नहीं दिया जा रहा है। 2008 में छठें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू करने के बाद टू-व्हीलर्स और पैसेंजर कारों की बिक्री 25 पर्सेंट बढ़ी थी। ऐनालिस्ट्स को इस बार भी उछाल की उम्मीद है। इस बार सैलरी में औसत बढ़ोतरी 15 पर्सेंट है, जो पिछली बार 40 पर्सेंट थी। पिछली बार दो साल का एरियर एकसाथ मिला था।
पंजाब नेशनल बैंक की एमडी उषा अनंतसुब्रमण्यन ने पिछले सप्ताह कहा था, ‘वेतन आयोग की सिफारिशें लागू होने से रिटेल क्रेडिट बढ़ेगा।’ दूसरे सरकारी बैंक भी रिटेल ग्रोथ बढ़ने की उम्मीद लगा रहे हैं। रिजर्व बैंक के अनुसार, जून में नॉन-फूड क्रेडिट 7.9 पर्सेंट बढ़ा था, जिसमें सालभर पहले 8.4 पर्सेंट इजाफा हुआ था। बैंक ऑफ बड़ौदा के एक एग्जिक्यूटिव ने कहा, ‘हमें पर्सनल लोन और कार लोन के लिए बड़ी मांग आने की उम्मीद है। हम इन दोनों प्रॉडक्ट्स के लिए आकर्षक ऑफर तैयार कर रहे हैं।’ एसबीआई ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट को पहली अगस्त से 9.15% से घटाकर 9.10% कर दिया है। पहली अगस्त से होम लोन रेट 9.40% से घटकर 9.35% होगी। पीएनबी ने भी एमसीएलआर में 0.05 पर्सेंटेज प्वाइंट्स की कमी की है। आईडीबीआई बैंक ने अपनी बेस रेट को 9.75% से घटाकर 9.65% कर दिया है।
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