विदेशी विद्वानों ने JNU के वाइस चांसलर से पूछा, संस्थान में क्या हो रहा है?
|विदेशी विद्वानों ने कहा कि वे JNU में हाल में हुए ‘आक्रोशित करने वाली’ घटनाओं लेकर उलझन में हैं और उन्होंने वाइस चांसलर एम. जगदीश कुमार से पूछा कि उनके ‘गैरजरूरी नतीजों पर पहुंचने’ की वजह क्या है।
यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो के FRSCकनाडा रिसर्च चेयर, माइकल लैम्बेक ने JNU के कुलपति को भेजे एक ईमेल में कहा, ‘कनाडा के विद्वान JNU में हाल में हुए आयोजनों को लेकर उलझन में हैं, दुखी हैं और आक्रोशित हैं। आपने अपने परिसर में अभिव्यक्ति की आजादी के मौलिक सिद्धांत को क्यों दरकिनार कर दिया? आप गैरजरूरी नतीजों पर क्यों पहुंचे और आपने इतने आनन फानन में पुलिस को मामले में क्यों शामिल कर लिया?’
हार्वर्ड यूनिवर्सिटी में कॉम्पैरेटिव रिलीजन ऐंड इंडियन स्टडीज की प्रोफेसर डायना एल एक ने कुलपति से एक दूसरे संवाद में कहा, ‘यह देखना बहुत आश्चर्यजनक एवं परेशान करने वाला है कि महत्वपूर्ण मुद्दों पर जीवंत चर्चा का अंत देशद्रोह के आरोप को लेकर JNU छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की गिरफ्तारी और हिरासत के साथ हुआ।’
उन्होंने कहा, ‘हार्वर्ड में हम विरोध और सरकार के खिलाफ, विश्वविद्यालय के खिलाफ कड़ी आलोचना का सामना करते हैं। यह विचारों के मुक्त आदान प्रदान एवं अभिव्यक्ति की आजादी का हिस्सा है जो लोकतंत्र के स्वतंत्र संस्थानों के आगे बढ़ने के लिए जरूरी हैं।’
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।