विजयदशमी के मौके पर RSS ने किया ‘शस्त्र पूजन’, मोहन भागवत भी रहे मौजूद

आरएसएस प्रमुख के विजयादशमी के संबोधन को संगठन के लिए सबसे महत्वपूर्ण अवसर माना जाता है। उनके संबोधन के दौरान भविष्य की योजनाओं और दृष्टि को सभी के पालन हेतु सामने रखा जाता है। वहीं राष्ट्रीय महत्व के कई मुद्दों पर आरएसएस के रुख को भी जाना जाता है।

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