‘लव की अरेंज मैरिज’ में काम करने पर बोलीं अवनीत:मुझे कॉमेडी फिल्में सबसे पसंद, सनी सिंह ने कहा- रिजेक्शन सफलता का हिस्सा है

‘टीकू वेड्स शेरू’ के बाद एक्ट्रेस अवनीत कौर पहली बार सनी सिंह के साथ फिल्म ‘लव की अरेंज मैरिज’ में स्क्रीन शेयर करती नजर आएंगी। यह फिल्म जी फाइव पर 14 जून 2024 को रिलीज होगी। हाल ही में इस फिल्म को लेकर सनी सिंह, अवनीत कौर, राइटर- प्रोड्यूसर राज शांडिल्य और डायरेक्टर इशरत आर. खान ने दैनिक भास्कर से खास बातचीत की। अवनीत कौर ने बताया कि उन्हें कॉमेडी फिल्में सबसे ज्यादा पसंद हैं। सनी सिंह ने रिजेक्शन पर बात करते हुए उसे सफलता का हिस्सा बताया। उन्होंने यह भी कहा कि जब काम नहीं मिलता है तो हर एक्टर की लाइफ में हार्ट ब्रेक मोमेंट जरूर आता है। अवनीत, सबसे पहले आप बताएं फिल्म ‘लव की अरेंज मैरिज’ के लिए आप कैसे तैयार हुईं? इस फिल्म की बहुत ही खूबसूरत कहानी है। खूबसूरत कहानी के साथ- साथ फिल्म की टीम बहुत अच्छी है। मैं हमेशा से कॉमेडी फिल्म करना चाह रही थी। मेरे दोस्त अक्सर मुझसे बोलते हैं कि मेरा सेंस ऑफ ह्यूमर अच्छा है। इस वजह से यह फिल्म कर ली। सनी, आपका शादियों वाले सब्जेक्ट से बहुत पुराना नाता रहा है, बार- बार ऐसी फिल्में आपको ऑफर होती हैं ? मुझे नहीं पता कि ऐसी फिल्में मुझे क्यों ऑफर होती हैं। रही बात इस फिल्म की, तो इसमें किरदार थोड़ा अलग है। इस फिल्म में एक अलग कहानी हैं। इसमें पिता को भी हैंडल करना पड़ रहा है। बेटे की शादी की उम्र में वो भी अपने लिए दुल्हन ढूंढ रहे हैं। इसमें अलग-अलग लेयर्स देखने को मिलेंगे। राज शांडिल्य, आप बताए कि कास्टिंग का आइडिया किसका था? जब मैं फिल्म लिख रहा था तभी सनी सिंह को बता दिया था कि एक और शादी है। सनी के ऑपोजिट मुझे ऐसी लड़की चाहिए थी कि जिससे दोनों की जोड़ी फ्रेश नजर आए। अवनीत को ध्यान में रखकर कास्ट किया। अन्नू कपूर इससे पहले मेरी दो फिल्मों में रहे हैं। सुप्रिया पाठक पहली बार हमारे साथ काम रही हैं। राजपाल यादव तो हमारे घर के सदस्य जैसे हैं। इशरत, आप बताएं कि शूटिंग के दौरान सेट पर कैसा माहौल रहता था? बहुत अच्छा माहौल था। हमने फिल्म की शूटिंग करने से पहले यही सोचा था कि इसमें जो कपल हो, वो एक दूसरे के लिए बने हुए लगे। अगर यह कास्टिंग परफेक्ट नहीं होती तो प्रॉब्लम हो जाती। अवनीत आपने ‘टीकू वेड्स शेरू’ के बाद ‘लव की अरेंज मैरिज’ कर रही हैं। आपने तय कर लिया है कि छोटे नाम वाले हीरो के साथ ही काम करेंगी, जैसे इस फिल्म में सनी के साथ कर रही हैं? शेरु, लव और सनी, बहुत प्यारे और क्यूट नेम हैं। सनी इस फिल्म में लव का किरदार निभा रहे हैं। वह बहुत ही समझदार हैं। उनके साथ काम करना बहुत ही सहज रहा है। कभी प्रेशर महसूस नहीं हुआ। कभी- कभी ऐसा हो जाता है कि एक्टर के साथ सही तालमेल नहीं बैठता है तो ईगो क्लैश हो जाती है। लेकिन इस फिल्म की शूटिंग के पहले ही दिन पता चल गया कि सनी बहुत ही प्यारे इंसान हैं। सनी आप बताएं अवनीत के साथ कैसा अनुभव रहा? मेरी आदत ऐसी है कि अगर किसी के साथ अच्छी बॉन्डिंग बन गई तो गंभीर सीन में भी हंसा देता हूं। खैर, यह सब तो चलता रहता है। अगर अवनीत की बात करें, तो मैंने देखा है कि वे अपने काम के प्रति बहुत ही समर्पित रहती हैं। अपने काम पर फोकस रखती हैं। वह सेट पर अपने आपको एक्टर नहीं समझती, बल्कि एक नॉर्मल फैमिली की तरह पेश आती हैं। आपकी खासियत यह है कि बड़ी मासूमियत के साथ कॉमिक टाइमिंग देते हैं? सबका अपना-अपना काम करने का एक तरीका है। मुझे नेचुरल और ऑनेस्टी से काम करना अच्छा लगता है। जब आपके साथ अच्छी टीम होती है। अन्नू कपूर, सुप्रिया पाठक, राजपाल यादव और सुधीर पांडे जैसे सीनियर्स एक्टर होते हैं तो वह आपके लिए ब्लेसिंग हो जाती है। कभी- कभी इंप्रोवाइजेशन में अच्छी कॉमिक टाइमिंग निकल कर आ जाती है। अवनीत, पहली फिल्म में तो काफी ड्रामा और रोना धोना था, इस फिल्म को आप कितना एन्जॉय कर रही हैं? पहली फिल्म में रोने धोने के बाद थोड़ा सा कॉमेडी करना जरूरी हो गया था। ईमानदारी से कहूं तो मैं कॉमेडी फिल्म करना ही चाह रही थी। मैं कॉमेडी फिल्मों की बहुत बड़ी फैन हूं और बार- बार देखती रहती हूं। अगर कभी मूड खराब हुआ तो सोचती हूं कि अपनी फैमिली के साथ एक अच्छी सी कॉमेडी फिल्म देख लूं। इस फिल्म के प्रोड्यूसर और राइटर राज शांडिल्य और सनी सिंह की कोई फिल्म देखी है? राज सर की मैंने ड्रीम गर्ल देखी है। मुझे वह फिल्म बहुत पसंद आई। सनी को मैंने ‘सोनू के टीटू की स्वीटी’ में देखी थी, मानना पड़ेगा कमाल के एक्टर हैं। यह दोनों मेरी फेवरेट फिल्में हैं। कांस फिल्म फेस्टिवल में फिल्म ‘लव इन वियतनाम’ का पहला लुक पेश किया गया। आप इंडियन फिल्म इंडस्ट्री की सबसे कम उम्र की एक्ट्रेस हैं, जिसने कांस में शिरकत की, वह फीलिंग कैसी रही? कांस फिल्म फेस्टिवल में जाने के लिए बहुत एक्साइटेड थी। कुछ दिन पहले दोस्तों से वहां जाने के बारे में बात हो रही थी और अचानक जाने का प्रोग्राम बन गया। पोस्टर लांच के बाद रेड कारपेट पर जा रही थी तब मुझे बताया गया कि मैं इंडियन फिल्म इंडस्ट्री की सबसे कम उम्र की एक्ट्रेस हूं जो कांस फिल्म फेस्टिवल में रेड कारपेट पर थी। वह मेरे लिए बहुत ही प्राउड मोमेंट था। टीवी के एक्टर को फिल्म में गंभीरता से नहीं लेते हैं, सनी आप बताएं टीवी वाले टैग को कैसे तोड़ा आपने? बचपन से मुझे कहा गया था कि तुम्हें हीरो बनना है। डैड का भी ड्रीम था और मैं भी चाह रहा था कि बड़े परदे पर आना है। किसी ने मदद नहीं की। डैडी ने कहा कि लाइन में खड़े रहोगे तो तुम्हें पता चलेगा कि कितना स्ट्रगल होता है। फिल्में देखकर खुद ही टैरेस पर जाकर परफार्म करता रहता था। नहीं पता था कि क्या परफॉर्म हो रहा है, बस प्रैक्टिस करता था। उसी दौरान एक दो शो कैमरे के अनुभव के लिए किए थे। लेकिन जब थिएटर ज्वाइन किया तब पता चला कि एक्टिंग क्या होती है। उस दौरान ऑडिशन भी खूब दिए होंगे ? बहुत सारे ऑडिशन दिए। सोचकर आते थे कि काम मिल जाएगा, लेकिन नहीं मिलते थे। जब काम नहीं मिलता है तो हर एक्टर की लाइफ में हार्ट ब्रेक मोमेंट जरूर आता है। उसी दौरान मेरी मुलाकात लव रंजन सर से हुई। उनके साथ एक बॉन्ड बन गया। उनको यह लग रहा था कि अगर इंसान अच्छा है तो काम तो हम सिखा देंगे। अगर इंसान अच्छा नहीं है तो काम क्या अच्छा करेगा। ‘आकाशवाणी’ मेरी पहली फिल्म थी। लोगों ने फिल्म में एक्टिंग की बहुत तारीफ की। इससे पहले तो रिजेक्शन का दौर चलता ही रहा। लेकिन यह भी सफलता का एक हिस्सा है। अवनीत, आप बताएं टीवी का टैग आपके लिए कितना चैलेंजिंग रहा? मैंने ‘अलादीन’ सीरियल करने के बाद टीवी से दो साल का ब्रेक लिया था। उस समय मुझे डेंगू हो गया था और हॉस्पिटल में एडमिट थी। ठीक होने के बाद घर पर नहीं बैठी रही, कुछ ना कुछ सीखती रहती थी। उसके बाद ‘टीकू वेड्स शेरू’ में काम मिला था।

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