रेवन्यू में दूसरे नंबर पर TV, स्मार्टफोन मॉडल दोहराएगा फ्लिपकार्ट
|फ्लिपकार्ट अब स्मार्टफोन की तरह ही आक्रामक तरीके से टीवी सेट्स भी बेचना चाहता है। टीवी सेट के तेजी से उभार ने इसे ऑनलाइन मार्केटप्लेस की दूसरी सबसे ज्यादा आमदनी लाने वाली कैटिगरी बना दिया है। फ्लिपकार्ट जिस तरह से अच्छे डिस्काउंट, एक्सक्लूसिव प्रॉडक्ट्स, तेज डिलिवरी, आसान फाइनेंसिंग से अपनी सबसे बड़ी कैटिगरी स्मार्टफोन की बिक्री करती है, उसी तरह की रणनीति वह टीवी के लिए भी आजमाने की सोच रहा है।
फ्लिपकार्ट के लिए बिक्री के मामले में टेलिविजन 2017 में दूसरे स्थान पर पहुंच गया। 2016 में यह चौथे स्थान पर था। टीवी अब सेल्स में लैपटॉप और फैशन एक्सेसरीज की जगह ले रहा है। कंपनी ने पिछले साल ₹1,950-2,050 करोड़ रुपये की लगभग 10 लाख टीवी यूनिट्स बेची थीं। यह एक साल पहले के 1,000 करोड़ रुपये का दोगुना है। इस साल फ्लिपकार्ट ने 5,000 करोड़ के टीवी सेट्स बेचने का लक्ष्य रखा है। फ्लिपकार्ट के लार्ज अप्लायंस हेड संदीप करवा ने बताया, ‘अब हमारी कुल आमदनी में स्मार्टफोन के बाद टीवी कैटिगरी सबसे अधिक योगदान कर रही है।’ उन्होंने बताया, ‘हम ब्रैंड्स के साथ साझेदारी करके लोगों को लोन पर टीवी खरीदने का ऑप्शन दे रहे हैं।’
बेंगलुरु की फ्लिपकार्ट एलजी और सैमसंग सहित कई ब्रैंड्स के साथ ग्राहकों के लिए कस्टमाइज टीवी तैयार करने पर काम कर रही है। करवा ने कहा, ‘हम इन ब्रैंड्स के प्रॉडक्ट मैनेजर्स के साथ भी कोआर्डिनेशन रखते हैं। हम उन्हें बताते हैं कि लोग अपने टीवी सेट में क्या फीचर्स चाहते हैं।’
फ्लिपकार्ट कोयंबटूर, गुवाहाटी, लुधियाना और लखनऊ में वेयरहाउस खोलने की प्रक्रिया भी तेज कर रही है। इससे वह ज्यादा क्षेत्रों को कवर करके टीवी सेट सहित लार्ज अप्लायंस की कम समय में डिलिवरी कर सकेगा। कंपनी 2017 में टीवी की बिक्री के लिए एक्सचेंज प्रोग्राम्स के 20 पर्सेंट योगदान को इस साल 30 पर्सेंट करने का प्लान बना रहा है।
कुछ इंडस्ट्री ऐनालिस्ट्स का कहना है कि ई-कॉमर्स कंपनियां जितने टीवी सेट्स बेच रही हैं, वह देश में कुल टीवी सेट्स की बिक्री की तुलना में बहुत कम है। रिटेल कंसल्टेंसी वजीर अडवाइजर्स के फाउंडर हरमिंदर साहनी ने कहा, ‘फ्लिपकार्ट जितना डिस्काउंट दे रहा है और जितना घाटा उठा रही है, उस हिसाब से उससे बाजार में सबसे अधिक टीवी की बिक्री करनी चाहिए थी।’ उन्होंने कहा, ‘ऑनलाइन चैनल निश्चित रूप से ब्रैंड्स के लिए अच्छा प्लैटफॉर्म हैं क्योंकि वे कन्ज्यूमर इनसाइट दे सकते हैं। हालांकि, ब्रैंड्स को ऑनलाइन और ऑफलाइन के बीच बिक्री बांटने के नजरिए से यह मुश्किल साबित होगा क्योंकि ऑनलाइन चैनल में ज्यादा डिस्काउंट की डिमांड होगी।’
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
Latest Business News in Hindi – बिज़नेस समाचार, व्यवसाय न्यूज हिंदी में | Navbharat Times