राजस्थान: गिरल लिग्नाइट की दो इकाइयों के विनिवेश का फैसला
|संसदीय कार्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ ने मंत्रिमंडल की बैठक में के फैसलों की जानकारी दी। उन्हांेने संवाददाताओं को बताया कि विद्युत उत्पादन की प्रति यूनिट उत्पादन में घाटा होने कारण यह निर्णय किया गया है। इस प्लांट की स्थापना दो चरणों में की गई थी और 2011 में विद्युत उत्पादन शुरू किया था।
उन्होंने कहा कि विनिवेश पारदर्शी तरीके से खुली नीलामी के जरिये किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन अभियान का दूसरा चरण नवम्बर 16 से शुरू किया जायेगा और यह अभियान 4200 गांवों में 1950 करोड़ रूप्ये की लागत से कार्य किये जायेंगे। इस अभियान में शहरों को भी शामिल किया जायेगा।
राठौड ने बताया कि आगामी एक नवम्बर से एक विशेष मुहिम के जरिये गांवों में रास्ते को विवादों को निपटाया जायेगा और 14 अक्तूबर के बाद हर शुक्रवार को प्रत्येक पंचायत समिति की दो ग्राम पंचायतांे में शिविरांे का आयोजन किया जायेगा।
मंत्रिमंडल ने नवम्बर में प्रस्तावित तीन दिवसीय ग्लोबल राजस्थान एग्री टेक समिट की भी समीक्षा की। इस समिट में पचास हजार किसान भाग लेगें जिनमें से बीस प्रतिशत महिलाएं होंगी। किसानों को उदयपुर, श्रीगंगानगर और बाड़मेर से लाने ले जाने के लिये विशेष रेलगाडियां चलाई जाये।गी।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।
बिज़नस न्यूज़, व्यापार समाचार भारत, वित्तीय समाचार, News from Business