यूपीपीएससी के परीक्षा केन्द्रों पर लगेंगे जैमर और मेटल डिटेक्टर
|उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने अपनी परीक्षाओं में नकल रोकने और सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए परीक्षा केन्द्रों पर मोबाइल जैमर और मेटल डिटेक्टर लगाने का निर्णय लिया है। इससे यह साफ हो गया है कि ऐसे स्कूलों को ही आयोग की परीक्षाओं का केन्द्र बनाया जाएगा, जहां यह सुविधाएं होंगी या उन्हें उपलब्ध कराने की व्यवस्था होगी।
आयोग ने इसके साथ ही स्केलिंग प्रणाली को लेकर भी एक महत्वपूर्ण फैसला किया है। अब रिजल्ट से पहले स्केलिंग प्रक्रिया को थर्ड पार्टी द्वारा प्रोग्राम तैयार कर डेटा को रन कराकर स्केल्ड स्कोर की सटीकता के लिए रैंडम चेकिंग करायी जाएगी। जिससे स्केलिंग को लेकर हो रहे विवादों को रोका जा सके। आयोग फिलहाल स्केलिंग कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग के आधार पर करता है। लेकिन स्केलिंग को लेकर कई बार सवाल उठे हैं।
आयोग ने यह भी निर्णय लिया है कि परीक्षाओं के पेपर्स को संबंधित जिलों की ट्रेजरी में डबल लॉक में रखने की प्रक्रिया जारी रहेगी। इसके साथ ही अब केन्द्र पर्यवेक्षकों द्वारा प्रश्नपत्र खोले जाने की पूरी प्रक्रिया सीसीटीवी कैमरे के सामने होगी और इसकी विडियोग्राफी भी करायी जाएगी। आयोग ने इसके साथ ही परीक्षार्थियों की अटेडेंस के लिए बायोमीट्रिक प्रणाली को अपनाने का निर्णय लिया है। आयोग की प्री या ऐसी परीक्षाएं जिनमें ओएमआर शीट परीक्षार्थियों को दी जाती है, अब उनमें ओएमआर की दो सीट उपलब्ध कराई जाएंगी। इनमें डुप्लीकेट शीट परीक्षार्थी अपने साथ ले जा सकेंगे।
आयोग ने मुख्य परीक्षा में कापियों की मैकेनाइज्ड बारकोडिंग कराने और रिजल्ट घोषित होने के बाद पुरानी आंसर शीट को स्कैन कराकर उन्हें डिजिटल रूप में सुरक्षित रखने का भी निर्णय लिया है। जिन्हें जरूरत पड़ने पर परीक्षार्थी लॉग-इन के जरिए देख सकेंगे।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।