यूएस-चीन ट्रेड वॉर की वजह से भारत में आ सकती है स्टील की ‘बाढ़’
|अमेरिका और चीन में ट्रेड वॉर की चुनौतियों के बीच भारतीय कंपनियों को स्टील आयात में भारी वृद्धि होने की आशंका है। अमेरिका द्वारा लगाए गए आयात शुल्क की वजह से स्टील कंपनियां अपना उत्पाद भारत की तरफ मोड़ सकती हैं। यह बात इंडियन स्टील असोसिएशन के सेक्रटरी जनरल भास्कर चैटर्जी ने कही।
JSW स्टील लिमिटेड के जॉइंट डायरेक्टर शेषगिरि राव के मुताबिक ग्लोबल एक्सपोर्ट का 17 प्रतिशत यानी लगभग 800 लाख टन स्टील भारत के बाजार में आ सकती है। 6 जुलाई के बाद वैश्विक स्तर पर व्यापर में बनने वाली अनिश्चितता को देखते हुए यह टिप्पणी की गई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा चीन के 34 अरब डॉलर के सामान पर आयात शुल्क लगाने का ऐलान किया गया। इसके बाद चीन ने भी इसका जवाब दिया। वहीं भारत ऐसा देश है जो इस बहस से बाहर है और दुनिया की बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था होने की वजह से अच्छे बाजार के रूप में देखा जाता है।
देश में स्टील उद्योग को सुधारने की जरूरत है क्योंकि संभावना है कि अगले साल जापान विश्व का दूसरा सबसे बड़ा स्टील उत्पादक देश हो जाएगा। दूसरे स्टील निर्माताओं ने भी ट्रेड वॉर के खतरे पर चिंता जाहिर की है। थिसेन क्रुप एजी की इटली की इकाई ने कहा है कि अगर यूरोपीय संघ कोई कदम नहीं उठाता है तो 220 मिलियन डॉलर का कारोबार प्रभावित होगा। कनाडा की सरकार भी स्टील की बाढ़ को रोकने के लिए आयात शुल्क का सहारा ले रही है। यूरोपीय संघ भी ऐसे ही कदम उठा रहा है।
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