यादव, भूषण को निकालने के खिलाफ AAP विधायकों की बगावत
| खबर पढ़ेंः आप से निकाले जा सकते हैं प्रशांत और योगेंद्र यादव कर्नल देवेंद्र सिंह ने बताया कि उन्होंने इस चिट्ठी पर दस्तखत नहीं किए। उन्होंने कहा कि योंगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पीएसी से निकाला जा चुका है। उन्हें दोबारा दंड नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘किसी को गुनहगार भी पाया गया है तो प्रिंसिपल ऑफ नेचरल जस्टिस कहता है कि किसी को दो-दो बार सजा नहीं दी जा सकती है। उन्हें पीएसी से निकालना काफी है। इसके बाद उन्हें सबकुछ भूलकर गले लगाया जाना चाहिए। दोनों को पार्टी से निकालने का विरोध करते हुए देवेंद्र सिंह ने कहा कि अगर किसी के कुछ सुझाव हैं तो सकारात्मक चीजों को लेने में कोई हर्ज नहीं है। दूत को ही गोली मार देना ठीक नहीं है। आप के सूत्रों के मुताबिक तीनों नेताओं को पार्टी से निकालने के प्रस्ताव पर 28 मार्च से शुरू होने वाली नैशनल काउंसिल मीटिंग में चर्चा हो सकती है। बैठक से पहले केजरीवाल खेमा तीनों नेताओं के खिलाफ यह मुहिम चला रहा है।
आम आदमी पार्टी (आप) के नेता योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण को पीएसी के बाद पार्टी से निकालने की मुहिम के खिलाफ आप कुछ विधायकों ने बगावती तेवर अपना लिए हैं। दोनों को पार्टी से निकालने के लिए चलाए जा रहे हस्ताक्षर अभियान से आप के कुछ विधायक खुश नहीं हैं। बिजवासन से आप के विधायक कर्नल देवेंद्र सिंह सहरावत और तीमारपुर के विधायक पंकज पुष्कर ने चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने से साफ इनकार कर दिया।
आप के करावल नगर से विधायक कपिल मिश्रा ने योगेंद्र यादव, शांति भूषण और प्रशांत भूषण के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान शुरू किया है। देवेंद्र सिंह के मुताबिक इस चिट्ठी पर विधायकों के हस्ताक्षर लिए जा रहे हैं।
मोबाइल ऐप डाउनलोड करें और रहें हर खबर से अपडेट।