मोदी बताएं, नवाज शरीफ के साथ क्या डील हुई: केजरीवाल

नई दिल्ली

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पाकिस्तानी मीडिया में JIT के हवाले से पठानकोट हमले को भारत का ड्रामा कहे जाने को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर जमकर हमला किया। उन्होंने मोदी की विदेश नीति को असफल बताते हुए उनपर पाकिस्तान के सामने घुटने टेकने का आरोप लगाया। केजरीवाल ने कहा कि भारत माता के साथ धोखा हुआ है। उन्होंने कहा कि पीएम को पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मोदी देश को बताएं कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के साथ उनकी क्या डील हुई है।

केजरीवाल ने पठानकोट हमले में पाकिस्तानी जांच दल के भारत आने को लेकर पहले भी केंद्र सरकार पर हमला किया था। आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्र सरकार के खिलाफ तीखा मोर्चा खोलते हुए उन्होंने कहा, ‘देश जानना चाहता है कि पीएम ने पाकिस्तान के सामने सरेंडर क्यों किया? किस मजबूरी के तहत पाकिस्तानी जांच दल को भारत आने दिया?’
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अपने कैबिनेट सहयोगी कपिल मिश्रा द्वारा ट्वीट कर पीएम मोदी को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का एजेंट बताया था। इस ट्वीट का समर्थन करते हुए केजरीवाल ने कहा कि ट्वीट की भाषा की जगह, इसके मंतव्य को ध्यान में रखा जाना चाहिए। उन्होंने कपिल मिश्रा के ट्वीट का बचाव करते हुए कहा, ‘भारत और पाकिस्तान के रिश्तों के बीच में भारत मजबूती से खड़ा होता था। आज हम घुटने क्यों टेक रहे हैं? सरकार की आखिर क्या मजबूरी है। मोदी और नवाज के बीच में क्या डील हुई है, किसी को समझ में नहीं आ रहा है। पठानकोट हमले पर सख्ती बरती जानी चाहिए थी, लेकिन उन्हें ही जांच के लिए बुलाया जा रहा है।’

मुख्यमंत्री ने कहा कि पीएम मोदी को सार्वजनिक करना चाहिए की उनकी पाकिस्तान के साथ क्या सांठगांठ हुई है। मालूम हो कि पाकिस्तानी मीडिया में सूत्रों के हवाले से खबर छपी है कि पठानकोट हमले में जांच के लिए भारत आई पाकिस्तानी JIT ने इस हमले को भारत का ड्रामा कहा है। मीडिया खबरों के मुताबिक, JIT ने कहा कि वह NIA द्वारा पठानकोट हमले में पाकिस्तानी सीमा से आए आतंकियों के शामिल होने के दावे से सहमत नहीं है। इससे पहले भी केजरीवाल ने ट्वीट कर आरोप लगाया था कि एक ओर जहां RSS ‘भारत माता की जय’ कहते हैं, वहीं दूसरी ओर ISI को बुलाकर पीठ में छुरा भोंकते हैं।

सूत्रों के हवाले से कहा गया कि JIT के मुताबिक NIA अपने दावों के समर्थन में कोई सबूत नहीं दे सकी। उधर इन खबरों पर प्रतिक्रिया करते हुए NIA के अधिकारियों ने कहा कि ये खबरें सूत्रों के हवाले से छपी हैं। उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि अगर JIT सच में NIA द्वारा दिए गए सबूतों से सहमत और संतुष्ट नहीं है, तो इस बारे में आधिकारिक तौर पर बयान जारी करे।

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