मोदी के साथ पद संचलन

  लंदन के वेम्बले स्टेडियम में लगभग 60 हजार की भीड़ प्रधानमंत्री मोदी को सुनने पहुंची थी। योजना यह थी कि भाषण के बाद प्रधानमंत्री वाहन में बैठकर वेम्बले स्टेडियम का दौरा करेंगे, लेकिन मोदी ने पैदल ही पूरे स्टेडियम का चक्कर लगाया। समर्थक तो झूम पड़े, लेकिन आयोजकों और सुरक्षा एजेंसियों को हांफी आ गई।    कैमरून का नमो मंत्र  भारत के कई दलों के कई नेताओं की तरह, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरून भी मोदी की लोकप्रियता को भुनाने का मौका नहीं चूके। गिल्ड हाउस हो या वेम्बले स्टेडियम हो या ब्रिटिश संसद, कैमरून लगातार मोदी के साथ मंच पर मौजूद रहे। यहां तीन महीने बाद मेयर के चुनाव होने हैं, और नमो मंत्र कम से कम एशियाई वोट दिलाने में कारगर है।    निगेटिव प्रेस  बीबीसी और लंडन गार्डियन ने प्रधानमंत्री की लंदन यात्रा को जिस तरह नकारात्मक ढंग से पेश किया, उससे प्रधानमंत्री कार्यालय नाराज बताया जा रहा है।    शाब जी, चंदा किशने दिया !  आज तक जब भी कोई भारतीय प्रधानमंत्री लंदन गया है तो सिख अलगाववादी और पाकिस्तान समर्थक उनका विरोध करते रहे…

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