मोदी की कश्मीर नीति से आरएसएस संतुष्ट, समन्वय बैठक में हुई चर्चा

वृंदावन (मथुरा)
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सहयोगी संगठनों की समन्वय बैठक शुक्रवार को शुरू हुई। इस बैठक में जम्मू कश्मीर में आंतरिक सुरक्षा से जुडे़ मुद्दे पर चर्चा हुई और समझा जाता है कि इस दौरान घाटी की स्थिति से निपटने में मोदी सरकार के प्रयासों की सराहना की गई। इस बैठक में सरसंघचालक मोहन भागवत और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह समेत कई प्रमुख नेताओं ने हिस्सा लिया। संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि इस 3 दिवसीय समन्वय बैठक में विभिन्न संगठनों के कामकाज पर चर्चा होगी और समीक्षा की जाएगी।

यह पूछे जाने पर कि क्या राम मंदिर के विषय पर चर्चा होगी? उन्होंने कहा कि बैठक में विश्व हिन्दू परिषद भी हिस्सा ले रही है। ऐसे में वे राम मंदिर के विषय पर अपनी बात रख सकते हैं। आरएसएस की 3 दिवसीय समन्वय बैठक के पहले दिन बैठक को संघ के सर कार्यवाह भैयाजी जोशी और वरिष्ठ प्रचारक सुरेश सोनी ने संबोधित करते हुए संघ के कार्यों और इस बैठक के महत्व को रेखांकित किया। सह सरकार्यवाह सुरेश सोनी ने कहा, ‘हम सभी संगठन भारत की प्राचीन आध्यात्मिक विचारधारा को लेकर सामाजिक जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में कार्य कर रहे हैं। बदलते हुए विश्व परिदृश्य, देश की परिस्थिति और अपने संगठन की स्थिति का योग्य आकलन करते हुए हम सभी को अपने क्षेत्रों में आगे बढ़ना है।’

उन्होंने कहा, ‘किसी भी नए कार्य को करने में उसके समक्ष ‘उपेक्षा, विरोध और स्वीकार’ यह 3 पड़ाव होते हैं। पहले 2 पड़ाव पार कर हम समाज में स्वीकृति का अनुभव कर रहे हैं। लेकिन हम विश्व परिदृश्य, देश की वर्तमान स्थिति और अपने संगठन की सांगठनिक स्थिति का योग्य आकलन कर सकें तथा उसके लिए हम सभी में इसके लिए अपेक्षित समझ हो, इसलिए आने वाले 3 दिनों में अनेक विषयों पर चर्चा करेंगे।’

संघ से जुडे़ 40 सहयोगी संगठनों की इस समन्वय बैठक की अध्यक्षता मोहन भागवत ने की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की 3 दिवसीय समन्वय बैठक की शुरुआत शुक्रवार को यहां संघ के प्रमुख मोहन भागवत एवं सर कार्यवाह भैयाजी जोशी द्वारा भारत माता की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पण कर की गई। संघ के एक पदाधिकारी ने बताया कि बैठक के दौरान वरिष्ठ प्रचारक अरुण कुमार ने कश्मीर की स्थिति का उल्लेख किया। उन्होंने जम्मू कश्मीर में आंतरिक सुरक्षा की स्थिति की चर्चा की और राह से भटके हुए कुछ लोगों को मुख्यधारा में लाने की जरुरत बताई।

उन्होंने हाल के दिनों में घाटी में पत्थरबाजी और आतंकी घटनाओं में कमी आने का जिक्र किया और इस दिशा में प्रयास के लिए केंद्र सरकार के कार्यो की सराहना की। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने 40 सहयोगी संगठनों की शुरु हुई समन्वय बैठक में इन संगठनों के कामकाज की समीक्षा करेगा। बैठक में विभिन्न संगठन केरल में आरएसएस कार्यकर्ताओं पर हमले, चीन और राम मंदिर जैसे विषयों पर चर्चा करेंगे।

वृंदावन के केशवधाम में होने वाली इस बैठक में दत्तात्रेय होसबोले, कृष्ण गोपाल और विहिप नेता प्रवीण तोगड़ियो भी हिस्सा ले रहे हैं। बैठक में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह के भी हिस्सा लेने की संभावना है। यह पूछे जाने पर कि बैठक में क्या क्या मुद्दे होंगे, संघ के पदाधिकारी ने कहा कि इस बैठक में इन बातों पर चर्चा होगी कि इन संगठनों ने वर्ष भर क्या काम किया, पिछले वर्ष जो लक्ष्य दिया गया था, उसमें कितना कार्य पूरा हुआ और उन्हें क्या परेशानियां पेश आईं।

उन्होंने बताया कि इसके अलावा स्वदेशी जागरण मंच चीन से जुडे़ विषयों को उठा सकता है क्योंकि उन्होंने देश में चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का कार्यक्रम आयोजित किया था। इस बैठक में डेरा सच्चा सौदा प्रमुख राम रहीम को सजा सुनाए जाने के बाद हरियाणा में हुई हिंसा से जुडे़ घटनाक्रमों पर भी चर्चा हो सकती है। बैठक में सेवा भारती, बनवासी सेवा आश्रम, विहिप, एबीवीपी, किसान संघ, भारतीय मजदूर संघ जैसे संगठनों के प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं।

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