मैडम चीफ मिनिस्टर में मायावती के कैरेक्टर क्रिएशन पर मनमानी से बसपा-सपा समर्थक फिल्म का करेंगे विरोध
|राजनीतिक जगत की मशहूर हस्तियों पर साउथ में ही नहीं, हिंदी में भी फिल्में और वेब शो बन रहे हैं। ताजा उदाहरण ‘मैडम चीफ मिनिस्टर’ है। ऐसी फिल्मों पर मचने वाले बवाल भी नए नहीं हैं। ट्रेड एनालिस्ट ‘मैडम चीफ मिनिस्टर’ में ऋचा चड्ढा का किरदार यूपी की पूर्व सीएम मायावती से प्रेरित बता रहे हैं। मेकर्स तो इस किरदार की पुष्टि नहीं कर रहे हैं, मगर लखनऊ के राजनीतिक हलके में सुगबुगाहट शुरू हो चुकी है। खासकर सपा और बसपा इस फिल्म पर बवाल मचाने की पूरी तैयारी कर रहे हैं।
बसपा पार्टी कार्यकर्ताओं ने बताया, 'फिल्म के ट्रेलर से साफ लग रहा है कि ऋचा का किरदार मायावती को ध्यान में रखकर ही तैयार किया गया है। साथ ही फिल्म से जुड़े लोगों ने भी बताया है कि इसे सनसनीखेज बनाने के लिए कुख्यात गेस्ट हाउस कांड को भी फिल्म में रखा गया है।'
गुरुवार को सपा जारी करेगी बयान
सपा के कार्यकर्ताओं ने कहा- असल घटना के वक्त तत्कालीन लखनऊ पुलिस कमिश्नर ओपी सिंह थे। मगर फिल्म में उनसे इंसपायर्ड किरदार का नाम आलोक यादव रखा गया है। ऐसी क्रिएटिव लिबर्टी लेने का साफ मतलब है। यादवों की छवि खराब कर सत्ता पक्ष को फायदा पहुंचाना। यह साजिश हम कामयाब नहीं होने देंगे। इसलिए गुरूवार को पार्टी की तरफ से स्टेटमेंट जारी हो सकता है।
ऋचा का किरदार मायावती से प्रेरित नहीं
फिल्म से जुड़े लोगों ने यह भी बताया कि फिल्म में जो ‘राम मंदिर वाला डायलॉग है, वह कलराज मिश्रा का रहा है। साथ ही फिल्म में काशीराम से प्रेरित किरदार सौरभ शुक्ला प्ले कर रहे हैं। इन सब पर फिल्म के को-प्रोड्यूसर नरेन कुमार से दैनिक भास्कर ने बात की। नरेन ने इन आरोपों को मनगढ़ंत बताया। उन्होंने कहा- ऋचा का किरदार किसी एक पॉलिटिकल पर्सनैलिटी से इंसपायर्ड नहीं है। साथ ही इसमें कई पॉलिटिकल इवेंट्स हैं। यह पूरी तरह से काल्पनिक कहानी है। असल होती तो बाकायदा राइट्स लेकर फिल्म बनती। पर ऐसा नहीं है।