मुझे लगता था कि एफसीएनआर जमा एक बचकाना विचार था : राजन

मुंबई, 12 अगस्त :भाषा: रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने आज खुलासा किया कि विदेश में बसे भारतीयांे की जमा बढ़ाने का विचार बैंकरांे से आया था, लेकिन वह इससे सरकारी खजाने पर पड़ने वाले बोझ की वजह से इसके पक्ष मंे नहीं थे।

राजन ने आज यहां पूर्व गवर्नर डी सुब्बाराव की संस्मरण पुस्तक का विमोचन करते हुए कहा, मुझे लगता था कि बैंकर बार-बार मेरे पास आ रहे हैं और वे ऐसा काम करवाना चाहते हैं जिससे उन्हंे मदद मिले। वे जाएंगे और धन जुटाएंगे। उन्हंे शानदार बोनस मिलेगा और हम इसके लिए भुगतान करंेेगे।

राजन ने इस बात को स्वीकार किया कि उनको लगता था कि यह बेहद बचकाना विचार है क्यांेकि इसके तहत बैंकरांे को 3.5 प्रतिशत की सब्सिडी देनी होगी। उन्हांेने कहा कि यह मेज पर सबसे बचकाना विचारांे में से था और इसकी वजह से उन्हांेने पूर्व गवर्नर सुब्बाराव से पद छोड़ते समय इसकी घोषणा करने को कहा था।

राजन ने इस योजना की घोषणा 4 सितंबर, 2013 को की। उसी दिन उन्हांेने पदभार संभाला था। इस योजना से एफसीएनआर-बी जमा मंे 30 अरब डालर आए जिससे रपये की तस्वीर बदल गई जो उस समय काफी झटके खा रहा था।

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